By अंकित सिंह | Jun 09, 2022
भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक बहस के दौरान कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी कर दी। इसके बाद से उन्हें लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इन सबके बीच इस्लामिक देशों ने भी भारत से इस मामले पर सफाई मांगी। वहीं भारत ने भी सार्वजनिक तौर पर यह कह दिया कि यह सरकार का विचार नहीं है। इन सब के बीच आज इसी मसले को लेकर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भी बड़ा बयान दिया है। अरिंदम बागची ने साफ तौर पर कहा कि किसी का निजी विचार सरकार का विचार नहीं हो सकता है और दूसरे देशों को दिए भारत के जवाब सार्वजनिक है।
अरिंदम बागची ने कहा कि हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि ट्वीट और टिप्पणियां सरकार के विचारों को नहीं दर्शाती हैं। यह हमारे वार्ताकारों को भी अवगत कराया गया है और यह तथ्य भी है कि संबंधित क्वार्टर द्वारा टिप्पणी और ट्वीट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर-ईरान विदेश मंत्री की बैठक के दौरान विवादास्पद टिप्पणी का मुद्दा आने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मेरी समझ यह है कि इस मुद्दे को उस बातचीत के दौरान नहीं उठाया गया था। इसके साथ ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हमने पाकिस्तान के कराची शहर में एक हिंदू मंदिर में की गई तोड़फोड़ की घटना पर गौर किया है। यह धार्मिक अल्पसंख्यकों की व्यवस्थित उत्पीड़न की एक और कड़ी है।
अरिंदम बागची ने कहा कि पाकिस्तान सरकार को हमने अपने विरोध से अवगत करा दिया है। हमने पाकिस्तान सरकार से वहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का आग्रह किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत ASEAN देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी की 10वीं वर्षगांठ पर और हमारे संवाद संबंधों की 30वीं वर्षगांठ के अवसर पर 16-17 जून को विशेष आसियान-भारत विदेश मंत्रियों की बैठक की मेजबानी करेगा।