चंडीगढ़। पंजाब में वित्तीय समस्याओं का हवाला देते हुये मुख्यमंत्री बनने जा रहे अमरिन्दर सिंह ने आज कहा कि मितव्ययिता उपाय के तहत शपथ ग्रहण समारोह बेहद सादगी भरा रखने का निर्णय किया गया है। अमरिन्दर के हवाले से पंजाब कांग्रेस की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘जब पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर राज्य के नये मुख्यमंत्री के रूप में अमरिन्दर सिंह को गुरुवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे तो राजभवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को बहुत भव्यता से आयोजित नहीं किया जाएगा।’’
कांग्रेस विधायक दल के नेता और पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष 75 वर्षीय अमरिन्दर अपने कैबिनेट के कुछ सदस्यों के साथ शपथ लेंगे। उन्होंने राज्य की वित्तीय स्थिति का हवाला देते हुए स्पष्ट कर दिया है कि वह शपथ ग्रहण समारोह में कोई अवांछित या बेकार के खर्च करने नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार वित्तीय समस्या से राज्य को उबारने के लिए प्रतिबद्ध है जो पिछले शासनकाल के दौरान खराब हो गयी है। प्रत्येक छोटा-छोटा कदम यह सुनिश्चित करेगा कि संकट के समय में जहां तक हो सके बचत की जाए।’’
पीपीसीसी के अध्यक्ष ने नव निर्वाचित सभी विधायकों से अनुरोध किया कि समारोह को सादा बनाए रखने के लिए कम से कम लोगों को आमंत्रित करें। उन्होंने अपने समर्थकों से भी इसी तरह का व्यवहार करने और चंडीगढ़ की सड़कों को बंद नहीं करने का अनुरोध किया जिसके कारण शहर में लोगों को परेशानी हो। विधानसभा चुनावों में पार्टी को स्पष्ट बहुमत देने के लिए पंजाब के लोगों और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद देते हुये आगामी मुख्यमंत्री अमरिन्दर ने कहा कि एक बार सरकार गठन की संवैधानिक औपचारिकता पूरी होने के बाद आभार जताने के लिए वह व्यक्तिगत रूप से सभी जिलों का दौरा करेंगे।