By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 24, 2022
दक्षिणी यूक्रेन के एक अस्पताल के प्रसूति वार्ड में रॉकेट से किए गए हमले में एक नवजात की मौत हो गई। यूक्रेनी अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मलबे से जच्चा और एक डॉक्टर को निकाला गया है। हमले में मारे गए बच्चे का जन्म दो दिन पहले हुआ था। यूक्रेन की प्रथम महिला ओलेना जेलेंस्का ने इस हमले पर गहरा दुख जताया और कहा, ‘‘हम इसे कभी नहीं भूलेंगे और कभी माफ नहीं करेंगे। क्षेत्र के गवर्नर के अनुसार, रॉकेट रूसी थे।
यह हमला विलनियांस्क शहर के एक अस्पताल में हुआ। क्षेत्रीय गवर्नर ऑलेक्जेंडर स्तारुख ने टेलीग्राम पर लिखा, ‘‘रूसी दानवों ने रात में विलनियांस्क में अस्पताल के प्रसूति वार्ड पर कई रॉकेट दागे... इस हमले में एक शिशु की मौत हो गई जो अभी पैदा ही हुआ था। बचावकर्मी वहां काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कई तस्वीरें भी पोस्ट की हैं जिनमें मलबे से घना धुआं उठता दिखाई दे रहा है। ओलेना जेलेंस्का ने ट्विटर पर लिखा कि इस हमले में 2 दिन के बच्चे की मौत हो गई। शुरू में, राज्य आपातकालीन सेवा (एसईएस) ने कहा था कि रूसी हमले में एक बच्चे की मौत हो गई और मलबे से एक मां और एक डॉक्टर को निकाला गया है। उस समय वार्ड में वे ही लोग थे। एसईएस ने टेलीग्राम पर बाद में एक अन्य पोस्ट में स्पष्ट किया कि बचाई गई महिला पीड़ित नवजात शिशु की मां है।
अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में दो मंजिला इमारत पूरी तरह नष्ट हो गई। विलनियांस्क यूक्रेन की राजधानी कीव से करीब 500 किलोमीटर (300 मील) दक्षिण-पूर्व में स्थित है। रूसी हमले के कारण यूक्रेन के बुनियादी ढांचों को भारी नुकसान हुआ है और ऐसे में डॉक्टरों के लिए मरीजों का इलाज कर पाना भी कठिन हो गया है। दक्षिणी शहर खेरसॉन में स्थिति और भी खराब है जहां महीनों तक रूस का कब्जा था और करीब दो हफ्ते पहले रूस पीछे हट गया।
लेकिन उसने बिजली और पानी की लाइनें काट दी थीं। शहर में कई डॉक्टर अंधेरे में काम कर रहे हैं, मरीजों को सर्जरी के वास्ते ले जाने के लिए लिफ्ट का उपयोग नहीं हो रहा है। ‘हेडलैंप, सेल फोन और फ्लैशलाइट’ आदि के सहारे इलाज किया जा रहा है। कुछ अस्पतालों में, प्रमुख उपकरण अब काम नहीं कर रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, नागरिकों और नागरिक वस्तुओं के खिलाफ आतंकवादी राज्य की लड़ाई जारी है। उन्होंने टेलीग्राम पर कहा, दुश्मन ने एक बार फिर आतंक और हत्या के साथ वह हासिल करने की कोशिश की जो वह नौ महीने में नहीं हासिल कर पाया और वह आगे भी हासिल नहीं कर सकेगा।