By अनन्या मिश्रा | Sep 01, 2024
आज भी भारत जैसे देश में कुपोषण एक गंभीर समस्या के रूप में देखा जाता है। कुपोषण के शिकार बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास अच्छे से नहीं हो पाता है और वह तमाम बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिए भी पोषण के सही स्तर को बनाए रखना बेहद जरूरी होता है। बता दें कि हर साल सिंतबर के पहले सप्ताह यानी की 01 सितंबर से 07 सितंबर तक नेशनल न्यूट्रिशन वीक मनाया जाता है। तो आइए जानते हैं इसका इतिहास, महत्व और थीम के बारे में...
भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा पोषण की जरूरत को समझते हुए सितंबर के पहले सप्ताह में नेशनल न्यूट्रिशन वीक की शुरूआत की गई। यह भारत सरकार का एक अभियान है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को सही आहार के महत्व के बारे में समझाना और रोजाना पोषक तत्वों को भरपूर डाइट लेना है।
महत्व
हर साल साल 1 से 7 सितंबर तक पूरे भारत में नेशनल न्यूट्रिशन वीक मनाया जाता है। इस दौरान तमाम कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों में सही आहार के प्रति जागरूकता फैलाने का काम किया जाता है। इस सप्ताह के जरिए लोगों को सही पोषण और संतुलित आहार के महत्व और यह क्यों जरूरी है, इसके बारे में जानकारी दी जाती है। जिससे कि देश का हर व्यक्ति स्वस्थ और सशक्त जीवन जी सके।
2024 की थीम
बता दें कि हर साल नेशनल न्यूट्रिशन वीक के लिए एक खास थीम निर्धारित की जाती है। इस बार यानी की साल 2024 में राष्ट्रीय पोषण सप्ताह की थीम 'सभी के लिए पौष्टिक आहार' रखी गई है। यह थीम हमें बताती है कि हेल्दी और पौष्टिक आहार हमारे शरीर के लिए कितना जरूरी है।
पोष्टिक आहार
ऐसे में आप भी नेशनल न्यूट्रिशन वीक के दौरान अपनी हेल्थ के प्रति सचेत होते हुए अपनी डाइट में पौष्टिक चीजों को शामिल करें। कुछ आहार ऐसे होते हैं, जिनके नियमित सेवन से आपको स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है। आपको अपनी डाइट में हरी सब्जियां, मेवे, ओट्स, दही और सोयाबीन आदि शामिल करना चाहिए।