By Sumit Nirwal | Sep 05, 2022
मुंबई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को शिक्षक दिवस के अवसर पर नाइक चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बनाये गये एएम नाइक स्कूल के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं इस स्कूल को देखने और उसके उद्धाटन में शामिल होने के इरादे से ही मुंबई आया हूं। आज डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है, ऐसे में जो लोग उन्हें जानते हैं, उन तमाम लोगों को मालूम है कि सर्वपल्ली राधाकृष्णन को न सिर्फ आत्मसात किया था बल्कि पूरी दुनिया में भारतीय शिक्षा के मूल तत्वों को उजागर करने काम किया था।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सारे भाषणों का संकलन करके देखेंगे तो प्राथमिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और उच्चतम माध्यमिक शिक्षा क्या होना चाहिए वो और आज की शिक्षा नीति एक-दूसरे को प्रतिबिंबित करते हुए दिखाई देगी। उन्होंने कहा कि उस वक्त उन्होंने आजाद देश को किस प्रकार की शिक्षा नीति चाहिए इस चीज की कल्पना की थी लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इस शिक्षा नीति को बनने में बहुत साल चले गए। खैर देर से आए दुरुस्त आए।
प्रतिभाओं को बाहर लाने का काम करेगी नीति
उन्होंने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक दार्शनिक थे और स्वभाव से महान शिक्षक थे, महान विद्यान भी थे और रचनात्मक कविताओं के धनी थे। मानवतावादी और दूरदृष्टि सोच रखने वाले भिन्न से शिक्षक थे। इसी बीच उन्होंने कहा कि बच्चे के अंदर जितनी भी प्रतिभा है उसे बाहर लाने का काम ये नई नीति करेगी। इससे सिर्फ डिग्री वाले बाहर नहीं आएंगे, इससे बड़े व्यक्ति बाहर आएंगे, जो देश के भले के लिए दुनिया की अच्छाई के लिए काम करेंगे।