क्या है नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन? आम लोगों को इससे क्या होगा लाभ?

By अंकित सिंह | Jan 06, 2021

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 74 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन की घोषणा की थी। साल 2018 में नीति आयोग ने डिजिटल हेल्थ मिशन जैसे स्कीम शुरू करने की सिफारिश की थी, ताकि देश के हर नागरिक के स्वास्थ्य डेटा का एक मेकेनिज्म तैयार किया जा सके। इसका उद्देश्य स्वास्थ्य के क्षेत्र में लोगों को जागरूक कर हेल्थ मिशन से जोड़ना है। इस योजना के जरिए सभी स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं को एक डिजिटल माध्यम मिलेगा। इस मिशन के तहत प्रत्येक नागरिक का हेल्थ रिकॉर्ड डिजिटलाइज्ड किया जाएगा। साथ ही इसमें डॉक्टर्स और हेल्थ फैसिलिटी भी रजिस्टर की जाएगी। नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के अंतर्गत नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन बनाया गया है। कुल मिलाकर इस मिशन के जरिए सभी लोगों को स्वास्थ्य की जानकारी दी जाएगी और सेवाओं को एक प्लेटफार्म पर लाया जाएगा। सरकार इसके लिए टेक्नोलॉजी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल कर रही है।

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इसमें रजिस्टर हर व्यक्ति को एक मुफ्त हेल्थ आईडी मिलेगा जिससे वह खुद अपनी गोपनीय जानकारी पर नियंत्रण कर सकता है। बिना व्यक्ति के इजाजत से उसकी कोई भी जानकारी हासिल नहीं की जा सकती। इतना ही नहीं, अगर व्यक्ति चाहे तो अपनी जानकारी साझा करने वालों पर भी रोक लगा सकता है। माना जा रहा है कि इस मिशन के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं की क्षमता और पारदर्शिता में वृद्धि होगी। इसके अलावा भारत संयुक्त राष्ट्र वैश्विक हेल्थ कवरेज के लक्ष्य को भी हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ सकता है।


कैसे बनेगा हेल्थ कार्ड

हेल्थ कार्ड बनवाने के लिए आपको अपना मोबाइल नंबर और आधार नंबर देना होगा। इन्हीं दो नंबरों के आधार पर आपकी आईडी बनाई जाएगी जो कि यूनिक होगी। हां, हेल्थ आईडी से आपके हेल्थ रिकॉर्ड जुड़ेंगे या नहीं, यह उस व्यक्ति का अधिकार होगा। हेल्थ आईडी कार्ड किसी भी व्यक्ति की बनाई जा सकती है। उसके पास आधार नंबर और मोबाइल नंबर होने चाहिए। इसके अलावा हेल्थ आईडी कार्ड नवजात बच्चे की भी बनाई जाएगी लेकिन इसके लिए रजिस्ट्रार ऑफिस में बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत होगी।

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इस योजना से जुड़ी कुछ खास बातें आपको बता देते हैं:-


हेल्थ आईडी सिस्टम के तहत लोगों की हेल्थ आईडी कार्ड बनाई जाएगी।

सभी डॉक्टरों का यूनिक आईडी होगा और इसमें सभी जानकारी होगी।

हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्री के तहत सभी हॉस्पिटल, क्लीनिकल लैब आपस में जुड़ सकेंगे और यूनिक आईडी भी पा सकेंगे।

इस मिशन के तहत पर्सनल हेल्थ रिकॉर्ड भी शुरू किया गया है जिसमें लोग अपनी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी अपलोड या स्टोर कर सकेंगे।


हेल्थ आईडी कैसे बनवाया जा सकता है और इसका तरीका क्या है?


पब्लिक हॉस्पिटल, कम्युनिटी हेल्थ सेंटर, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर या वैसा हेल्थकेयर प्रोवाइडर जो नेशनल हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर रजिस्ट्री से जुड़ा हो, किसी व्यक्ति की हेल्थ आईडी बना सकता है। इसके अलावा healthid.ndhm.gov.in/register http://healthid.ndhm.gov.in/register पर खुद के रिकॉर्ड्स रजिस्टर करा कर भी आप अपनी हेल्थ आईडी बना सकते हैं। हेल्थ आईडी के रजिस्ट्रेशन से जुड़ी किसी परेशानी के लिए ndhm@nha.gov.in mailto:ndhm@nha.gov.in पर विजिट कर सकते हैं या टोल फ्री नंबर 1800-11-4477 / 14477 पर बात कर सकते हैं।


- अंकित सिंह

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