By प्रेस विज्ञप्ति | Sep 13, 2022
मुंबई। राज्य में भाजपा के सत्ता में आते ही खुले आम धमकी देने के मामले बढ़ रहे हैं। यह महाराष्ट्र के लिए बेहद चिंता के अलावा गंभीर विषय है। यह बात कांग्रेस प्रदेश नाना पटोले ने कही है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दल के मंत्री, सांसद और विधायक खुले आम धमकी देते हुए हुए आंखें बाहर निकालने और मुंबई में घूमने पर सबक सिखाने की बात कह रहे हैं। पटोले ने कहा कि राज्य सरकार को इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए ऐसे सत्ताधारी गुंडों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इस संबंध में आगे बोलते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार आई है, सत्ताधारी दल के लोगों की गुंडागिरी बढ़ गई है। भाजपा विधायक पुलिस अधिकारी से कह रहे हैं कि राज्य में हिंदू सरकार है। अगर किसी अधिकारी ने हिंदू बच्चों को कुटिलता से देखा तो उसकी आंखें जगह पर नहीं होगी। ऐसे माहौल में राज्य के पुलिस अधिकारी कैसे काम करेंगे। एक केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि मुंबई, महाराष्ट्र की बात करना महंगा पड़ेगा। एक विधायक ने सरकारी कर्मचारी के हाथ- पैर तोड़ने की धमकी दी थी। इतना ही नहीं, अमरावती के सांसद - विधायक राणा दंपति पुलिस स्टेशन में जाकर अधिकारियों से बहस करते हैं और सरकारी काम में दखल देते हैं। विधायक खुद सार्वजनिक रूप से कहते हैं कि पुलिस आयुक्त का तबादला कर दिया गया है। दादर में सत्तारूढ़ दल के विधायक, विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फायरिंग कर रहे हैं। पटोले ने पूछा है कि ये महाराष्ट्र है या उत्तर प्रदेश। क्या राज्य में मुगलों का शासन आ गया है।
पटोले ने कहा कि राज्य में पिछले दो महीनों के शासन को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि महाराष्ट्र किस दिशा में जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में महाराष्ट्र की अच्छी प्रतिष्ठा है, इसे खराब नहीं किया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष के विधायकों और सांसदों द्वारा जिस तरह की धमकियां दी जा रही हैं वह बेहद गंभीर हैं। अगर विधायक, सांसद, मंत्री गांव के गुंडों की तरह व्यवहार कर रहे हैं और सरकार उनका समर्थन कर रही है, तो हम विपक्षी दल के रूप में चुप नहीं बैठेंगे । पटोले ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को समय रहते सत्ताधारी दल की इस गुंडागर्दी पर लगाम लगाना चाहिए और ऐसा समय नहीं आने देना चाहिए कि विरोधियों को इसका जवाब देने के लिए मैदान में उतरना पड़े।