By अंकित सिंह | Jan 21, 2023
कर्नाटक विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा अपनी तैयारियों में जुट गई है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा आज विजयपुर में एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। साथ ही साथ भाजपा की सरकार में हो रहे कामकाज का जिक्र किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज जो उमंग और उत्साह देख रहा हूं वो साफ एक बात को बता रही है कि आपने आने वाले समय में कर्नाटक में एक बार फिर से कमल खिलाने का निर्णय ले लिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि एक तरफ कांग्रेस है... मनी पावर, मसल्स पावर, समाज को तोड़ना, समाज में अराजकता बनाने का इनका प्रयास... जबकि दूसरी तरफ भाजपा है जिसका मंत्र है सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कर्नाटक की संस्कृति, कर्नाटक का विचार और कर्नाटक का विकास... अगर ये कहीं सुरक्षित है तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार में ही सुरक्षित है, और किसी राज में नहीं।
नड्डा ने कहा कि कांग्रेस लोगों में वैमनस्य पैदा करती है और भाजपा सद्भावना! उन्होंने कहा कि भाइयों... आपकी उंगली में बहुत ताकत है। अगर ये उंगली EVM का सही बटन दबाती है तो सही फैसले हो जाते हैं लेकिन अगर गलत बटन दबाती है तो त्राहिमाम-त्राहिमाम हो जाता है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को हमेशा स्वार्थी उद्देश्यों से जोड़ा गया है, वे हमेशा देश के हितों पर अपने परिवार के हितों को प्राथमिकता देते हैं। नड्डा ने कहा कि यह केवल हमारे पीएम मोदी जी हैं, जो कर्नाटक की परंपराओं का सम्मान किए बिना, कर्नाटक के कवियों, लेखकों और कर्नाटक के अन्य साहित्यकारों की प्रशंसा किए बिना कर्नाटक कभी नहीं छोड़ते, जब भी वे राज्य में आते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने राज्य में अपनी तथाकथित 'भारत जोड़ो' यात्रा के दौरान यहां देश-विरोधी लोगों को गले लगाया।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस और इसके नेता क्या किसी एक भी योजना का नाम गिनवा सकते हैं, जिस से कर्नाटक का विकास सुनिश्चित हुआ हो? उन्होंने कहा कि गांव, गरीब, वंचित, पीड़ित, शोषित... इनके लिए अगर किसी ने काम किया है तो भारतीय जनता पार्टी ने किया है। हम जनता के लिए काम करने वाले लोग हैं और हर दृष्टि से विकास सुनिश्चित हो इसकी चिंता हमने की है। उन्होंने कहा कि जो लोग विभाजन की राजनीति करते हैं, लोगों को बांटने की राजनीति करते हैं... जिनका केवल एक एजेंडा है- कुर्सी, कुर्सी और कुर्सी... ऐसे लोगों के लिए कर्नाटक की जनता तय कर चुकी है कि- नो कुर्सी... नो कुर्सी... नो कुर्सी। राज्य की जनता ने इनको घर बिठाए रखने का फैसला कर लिया है। आपका सही 'बटन का विकल्प' चमत्कार कर सकता है; ईवीएम पर सर्वश्रेष्ठ - 'कमल' का चयन सुनिश्चित करें। वे सिर्फ 'कुर्सी' हथियाने पर तुले हुए हैं और हम सच्चे 'विकास' के लिए कृतसंकल्प हैं।