By एकता | Aug 23, 2024
घी बहुत पौष्टिक होता है, लेकिन कुछ मिथकों की वजह से लोग इसका सेवन करने से परहेज करते हैं। आज हम घी खाने से जुड़े इन्हीं मिथकों के बारे में बात करेंगे। घी खाना सेहत के लिए अच्छा होता है। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो सेहत को तंदुरुस्त कर देते हैं। आयुर्वेद डॉक्टर वरलक्ष्मी यनमंद्रा के अनुसार, घी न तो बहुत गर्म होता है और न ही बहुत ठंडा, इसलिए यह वात और कफ दोनों को संतुलित करता है। घी बहुत बढ़िया याददाश्त बढ़ाने वाला है और हमारे पेट के अंदर के अल्सर को ठीक करने के लिए भी सबसे अच्छा है।
मिथक 1: घी खाने से वजन बढ़ता है
तथ्य- आयुर्वेद एक्सपर्ट ने बताया कि अगर घी को कम मात्रा में खाया जाए तो इससे वजन नहीं बढ़ता है। सही मात्रा में सेवन करने पर घी तृप्ति को बढ़ावा देता है और चयापचय में सुधार करता है, जो लोगों को अपने वजन को नियंत्रण करने में मदद करता है।
मिथक 2: घी खाने से दिल संबंधी बीमारियां हो सकती हैं
तथ्य- आयुर्वेद एक्सपर्ट ने बताया कि घी ओमेगा-3 और ओमेगा-9 जैसी स्वस्थ वसा से भरपूर होता है, जो वास्तव में इसे दिल के लिए फायदेमंद बनाता है। घी का रोजाना सेवन किया जाए तो ये हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसे खाने से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद मिलती है।
मिथक 3: घी में मौजूद सभी वसा सेहत के लिए अच्छी नहीं होती है
तथ्य- आयुर्वेद एक्सपर्ट ने बताया कि घी में मौजूद सभी वसा लाभकारी होती है। ये मस्तिष्क के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने से लेकर हार्मोनल संतुलन करने तक कई शारीरिक कार्यों का समर्थन करती हैं।
मिथक 4: डीप फ्राई करने के लिए घी अच्छा नहीं होता
तथ्य- आयुर्वेद एक्सपर्ट ने बताया कि घी डीप फ्राई करने के लिए घी सबसे अच्छा होता है क्योंकि ये उच्च तापमान पर स्थिर रहता है और वनस्पति तेलों के विपरीत ऑक्सीकरण नहीं करता है।
मिथक 5: घी को पचाना मुश्किल होता है
तथ्य- घी में ब्यूटिरेट होता है, जोकि एक फैटी एसिड होता है। ये आंत के स्वास्थ्य और पाचन का समर्थन करता है, जिससे इसे कई अन्य वसा की तुलना में पचाना आसान हो जाता है।