By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 19, 2021
तिरुवनंतपुरम। लक्षद्वीप में राजद्रोह के मामले से जूझ रहीं फिल्मकार आयशा सुल्ताना ने शनिवार को कहा कि उन्होंने अबतक देश के विरूद्ध कुछ नहीं किया है तथा तबतक अपना संघर्ष जारी रखेंगी जबतक द्वीपवासियों को इंसाफ नहीं मिल जाता। वह द्वीप समूह के लिए रवाना होने से पहले कोच्चि हवाई अड्डे पर मीडिया से बातचीत कर रही थीं। उन्हें इस मामले के सिलसिले में रविवर को पूछताछ के लिए कवारत्ती पुलिस के सामने पेश होना है। सुल्ताना ने कहा कि उनके वकील भी उनके साथ जा रहे हैं और वह पुलिस के साथ सहयोग करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास है कि मुझे इंसाफ मिलेगा क्योंकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। मेरे शब्दों की गलत व्याख्या की गयी और मैं पहले ही अपने हाल के फेसबुक पोस्ट में हर चीज का उल्लेख कर चुकी हूं।’’ टेलीविजन पर परिचर्चा के दौरान उनके द्वारा विवादास्पद शब्द ‘जैविक हथियार’ के इस्तेमाल किये जाने के बारे में पूछ जाने पर उन्होंने कहा कि ये सारे विवाद उसी खास शब्द को लेकर है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने देश के विरूद्ध कुछ नहीं किया है। मैंने जो एक शब्द बोला, ये सारे विवाद उसी के कारण पैदा हुए। इसलिए यह साबित करना मेरी जिम्मेदारी है कि मैंने कुछ गलत नहीं किया है। मैं तबतक संघर्ष करूंगी जबतक मेरी भूमि और लोगों को इंसाफ मिल नहीं जाता।’’
सुल्ताना को राहत प्रदान करते हुए केरल उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को उन्हें एक सप्ताह के लिए अंतरिम अग्रिम जमानत दी, पर उनके अग्रिम जमानत आवेदन पर आदेश सुरक्षित रख लिया। उच्च न्यायालय ने सुल्ताना को राजद्रोह के मामले में पूछताछ के वास्ते 20 जून को पेश होने के लिए कवारत्ती पुलिस द्वारा जारी किये गये नोटिस का अनुपालन करने का निर्देश दिया था। फिल्मकार पर आरोप है कि सात जून को एक मलयालम खबरिया चैनल पर बहस के दौरान उन्होंने कहा था कि केंद्र ने लक्षद्वीप के लोगों के विरूद्ध ‘जैविक हथियार’ का इस्तेमाल किया है।