By अंकित सिंह | Aug 10, 2024
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विपक्षी भाजपा और जद (एस) पर मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) स्थल आवंटन घोटाले के संबंध में झूठे आरोप लगाकर उनकी छवि खराब करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि वह ऐसी बातों से डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक और कानूनी दोनों तरह से आरोपों के खिलाफ लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह विपक्षी नेताओं एच डी कुमारस्वामी, बी एस येदियुरप्पा, बी वाई विजयेंद्र और विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक तथा अन्य को उजागर करेंगे और उन घोटालों का खुलासा करेंगे जिनमें वे कथित रूप से शामिल हैं। साथ ही, जांच रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
सिद्धारमैया ने कहा कि हमने (कांग्रेस ने) उनकी (विपक्ष की) पदयात्रा के खिलाफ जनांदोलन सम्मेलन आयोजित किए। हमने लोगों से कहा है कि वे झूठ बोल रहे हैं, वे झूठे आरोपों के साथ पदयात्रा कर रहे हैं। वे सिद्धारमैया की छवि पर एक काला धब्बा लगाने की कोशिश कर रहे हैं। वे इस सरकार को हटाने की कोशिश कर रहे हैं जो लोगों के आशीर्वाद से सत्ता में आई है। संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष को यह भ्रम है कि वे सिद्धारमैया की प्रतिष्ठा को धूमिल करने की कोशिश करके उन्हें राजनीतिक रूप से दबा सकते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके (विपक्ष) कार्यकाल में बहुत सारे घोटाले हुए हैं, हम उनका पर्दाफाश करेंगे। हमने उनमें से कुछ का उल्लेख किया है, कुछ अभी भी जांच के दायरे में हैं, एक बार रिपोर्ट आने के बाद हम जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। चाहे वह कुमारस्वामी हों या येदियुरप्पा या विजयेंद्र या अशोक। हम सभी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। विपक्षी भाजपा और जेडीएस द्वारा सप्ताह भर चलने वाली बेंगलुरु-मैसूर पदयात्रा (पैदल मार्च) का उद्देश्य सिद्धारमैया की पत्नी पार्वती सहित MUDA द्वारा भूमि खोने वालों को कथित धोखाधड़ी से भूखंड आवंटित करने की घटना को उजागर करना है। यह पदयात्रा आज मैसूर में एक विशाल रैली के साथ समाप्त होगी। दोनों ही पार्टियां घोटाले के सिलसिले में सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग कर रही हैं।