By एकता | Dec 22, 2024
एक अहम फैसले में, अमेरिका की एक अदालत ने इजराइल के एनएसओ समूह को सेंधमारी करने वाले उसके स्पाइवेयर पेगासस के लिए जिम्मेदार ठहराया। अमेरिकी अदालत के इस फैसले के बाद पेगासस स्पाइवेयर फिर सुर्खियों में आ गया है। इसको लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा, 'पेगासस स्पाइवेयर मामले का फैसला साबित करता है कि कैसे अवैध स्पाइवेयर रैकेट में भारतीयों के 300 व्हाट्सएप नंबरों को निशाना बनाया गया।' उन्होंने आगे लिखा कि मोदी सरकार के जवाब देने का वक्त आ गया है।
सुरजेवाला ने मोदी सरकार से सवाल पूछते हुए लिखा, 'लक्षित 300 नाम कौन हैं! दो केंद्रीय मंत्री कौन हैं? तीन विपक्षी नेता कौन हैं? संवैधानिक अधिकारी कौन है? पत्रकार कौन हैं? व्यवसायी कौन हैं? भाजपा सरकार और एजेंसियों द्वारा कौन सी जानकारी प्राप्त की गई? इसका उपयोग कैसे किया गया - दुरुपयोग किया गया और इसका क्या परिणाम हुआ? क्या वर्तमान सरकार में राजनीतिक कार्यकारी/अधिकारियों और NSO के स्वामित्व वाली कंपनी के खिलाफ उचित आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे?'
सुरजेवाला ने आगे लिखा, 'क्या सुप्रीम कोर्ट मेटा बनाम NSO में अमेरिकी कोर्ट के फैसले पर ध्यान देगा? क्या सुप्रीम कोर्ट 2021-22 में उसे सौंपी गई पेगासस स्पाइवेयर पर तकनीकी विशेषज्ञों की समिति की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के लिए आगे बढ़ेगा? क्या सुप्रीम कोर्ट अब भारत के 300 सहित 1,400 व्हाट्सएप नंबरों को लक्षित करने के फैसले के मद्देनजर आगे की जांच करेगा? क्या सुप्रीम कोर्ट अब मेटा से पेगासस मामले में न्याय के उद्देश्य को पूरा करने के लिए 300 नाम प्रस्तुत करने के लिए कहेगा?'
अमेरिकी अदालत ने इजराइल के एनएसओ समूह को सेंधमारी करने वाले उसके स्पाइवेयर पेगासस के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने यह निर्णय मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप द्वारा एनएसओ समूह के खिलाफ दायर एक मामले में सुनाया। मामले के न्यायाधीश फिलिस हैमिल्टन ने कहा कि इजरायली स्पाइवेयर निर्माता 1,400 व्हाट्सएप उपयोगकर्ताओं के उपकरणों को लक्षित करने और कंप्यूटर धोखाधड़ी और दुरुपयोग अधिनियम (सीएफएए), एक संघीय साइबर सुरक्षा कानून और कैलिफोर्निया में कैलिफोर्निया कंप्यूटर डेटा एक्सेस और धोखाधड़ी अधिनियम (सीडीएएफए) नामक एक समान राज्य कानून की धाराओं का उल्लंघन करने के लिए उत्तरदायी था।