By अंकित सिंह | Jul 29, 2023
विपक्षी दल इंडिया के 16 दलों के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जमीनी स्थिति का आकलन करने के लिए आज इम्फाल पहुंचा, जहां लगभग तीन महीने से जातीय हिंसा भड़की हुई है। मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर आए 21 सांसदों का प्रतिनिधिमंडल हिंसा प्रभावित राज्य की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार और संसद को सिफारिशें भी करेगा। इंफाल पहुंचने के बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि उनकी राज्यपाल से कई मांगें हैं। उन्होंने कहा, "राज्यपाल से हमारी कई मांगें हैं, हम कोई भी फैसला लेने से पहले एक सर्वेक्षण कराना चाहते हैं और आपस में चर्चा करना चाहते हैं।"
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि अभी कोई रणनीति नहीं है। हम दो समूहों में बंटे हुए हैं और हमारी एकमात्र कोशिश मणिपुर के लोगों की बात सुनना है। उन्होंने कहा कि उनकी बात नहीं सुनी जा रही है। हम कई राहत शिविरों का दौरा करेंगे और राज्य के लोगों से बात करेंगे। हम राज्यपाल से मिलेंगे और चर्चा करेंगे। इसके साथ ही मणिपुर के पूर्व सीएम ओकराम इबोबी सिंह ने अपने बयान में कहा कि लगभग 26 राजनीतिक दलों के सांसदों का प्रतिनिधित्व करने वाली इस टीम का स्वागत करते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। उन्हें राहत शिविरों का दौरा करना चाहिए और उन लोगों से मिलना चाहिए जो लगभग 3 महीने से अपने घरों से बाहर हैं। उन्हें सूचित करना चाहिए सरकार स्थिति के बारे में बात कर रही है ताकि जल्द से जल्द सामान्य स्थिति बहाल हो सके। हम मणिपुर के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की अपनी मांग के संबंध में सदस्यों के साथ चर्चा करेंगे।
प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई, टीएमसी की सुष्मिता देव, जेएमएम की महुआ माजी, डीएमके की कनिमोझी, एनसीपी के मोहम्मद फैजल, आरएलडी के जयंत चौधरी, राजद के मनोज कुमार झा, आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन, वीसीके के टी तिरुमावलवन, जद (यू) प्रमुख राजीव रंजन (ललन) सिंह, अनिल प्रसाद हेगड़े (जद-यू), सीपीआई के संदोश कुमार, सीपीआई (एम) के ए ए रहीम, समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान, आईयूएमएल के ई टी मोहम्मद बशीर, आप के सुशील गुप्ता, अरविंद सावंत (शिवसेना-उद्धव ठाकरे), डी रविकुमार (डीएमके), फूलो देवी नेताम और के सुरेश (कांग्रेस) शामिल होंगे।