By अभिनय आकाश | Jan 27, 2021
गणतंत्र दिवस पर के अवसर पर पूरे देश को शर्मशार करने वाली तस्वीरें राजधानी दिल्ली से आई। जब ट्रैक्टर रैली की आड़ में देश के सम्मान को मिट्टी में मिलाने की कोशिश की गई। लाल किला पर निशान साहिब का झंडा फहराने समते कई जगह हिंसक वारदातों की भी खबरें सामने आई। जिसके बाद कई किसान संगठनों ने कृषि कानूनों के नाम पर शुरू हुए इस आंदोलन से किनारा करना शुरू कर दिया है।
किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह ने ऐलान किया है कि उनका संगठन किसानों के आंदोलन से अलग हो रहा है। किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीएम सिंह ने कहा कि सरकार की भी गलती है जब कोई 11 बजे की जगह 8 बजे निकल रहा है तो सरकार क्या कर रही थी। जब सरकार को पता था कि लाल किले पर झंडा फहराने वाले को कुछ संगठनों ने करोड़ों रुपये देने की बात की थी। हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है। उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं... ITO में एक साथी शहीद भी हो गया। जो लेकर गया या जिसने उकसाया उसके खिलाफ पूरी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं भारतीय किसान यूनियन (भानु) के अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिंह ने कहा कि मैं कल की घटना से इतना दुखी हूं कि इस समय मैं चिल्ला बॉर्डर से घोषणा करता हूं कि पिछले 58 दिनों से भारतीय किसान यूनियन (भानु) का जो धरना चल रहा था उसे खत्म करता हूं।