चेन्नई। तमिलनाडु में सरकार के गठन का कोई हल नजर न आने की मौजूदा स्थिति के बीच सत्ताधारी अन्नाद्रमुक ने कहा है कि उसके अधिकतर विधायकों का समर्थन महासचिव वीके शशिकला के प्रति है। इसके साथ ही अन्नाद्रमुक ने दावा किया कि आज राज्यपाल सी विद्यासागर राव द्वारा उन्हें ‘बुलाए जाने’ की संभावनाएं बहुत ‘ज्यादा’ हैं। पार्टी के प्रवक्ता वी चेल्वन ने कहा कि मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के पास सात विधायकों का समर्थन था और इसलिए वे शक्ति परीक्षण की स्थिति में भी विधानसभा में अपना बहुमत साबित नहीं कर सकते।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह किसी के द्वारा दी गई किसी गलत जानकारी के आधार पर कहते हैं कि वह अपना बहुमत साबित कर सकते हैं। अन्नाद्रमुक के अधिकतर विधायक चिन्नम्मा (शशिकला) के साथ हैं और हम शक्ति परीक्षण में अपनी शक्ति साबित करने के लिए तैयार हैं।’’ उन्होंने कहा कि शशिकला अन्नाद्रमुक के विधायी दल की चुनी गई नेता हैं और इसलिए राज्यपाल को उन्हें सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि उनके द्वारा उन्हें (शशिकला को) बुलाए जाने की संभावना आज अधिक है।’’
वी चेल्वन ने 11 सांसदों के पनीरसेल्वम के खेमे में चले जाने से जुड़े सवाल के जवाब में यह यकीन जताया कि ये सांसद वापस शशिकला के खेमे में लौट आएंगे। पनीरसेल्वम के लिए बढ़ते समर्थन के क्रम में अन्नाद्रमुक के छह और सांसद उनके खेमे में चले गए थे। इसके साथ ही उनके पक्ष में खड़े सांसदों की संख्या बढ़कर 11 हो गई थी। शशिकला ने रविवार को संकल्प लिया था कि वह लंबे समय से अपनी मित्र रहीं दिवंगत जयललिता द्वारा आगे बढ़ाई गई पार्टी की सुरक्षा करेंगी। उन्होंने कहा था, ‘‘मैं इस उद्देश्य के लिए अपनी जान भी दे दूंगी।’’
पास ही स्थित रिजॉर्ट पर विधायकों को संबोधित करते हुए शशिकला ने कहा था, ‘‘आप 129 विधायक एक महासागर की तरह हैं। कोई भी एक बांध बनाकर उसे रोक नहीं सकता है। कोई भी प्रयास इस सरकार को अस्थिर नहीं कर सकते। कोई भी हमें नुकसान नहीं पहुंचा सकता और डरने की कोई बात नहीं है।’’ शशिकला ने इन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि विधायकों को रिजॉर्ट में ‘बंधक’ बनाकर रखा गया है। उन्होंने कहा कि विधायक अपनी मर्जी से रिजॉर्ट में रह रहे हैं और वे ‘स्वतंत्र’ हैं।