By Rajeev Sharma | Aug 19, 2021
पश्चिमी यूपी में गर्मी का असर तेज होने से हर कोई परेशान है। पिछले दस दिन से बारिश भी नहीं हुई है। बुधवार को भी गर्मी के कारण लोगों का बुरा हाल रहा। बारिश के कारण चहकती-महकती हरियाली व खुशनुमा प्राकृतिक वातावरण का सुखद अहसास कराने वाले सावन का दूसरा पखवाड़ा भी सूखा साबित हो रहा है। सावन के महीने में भी गर्मी दम निकाल रही है। उमसभरी गर्मी पसीना-पसीना कर रही है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो माह के आगामी दिनों में भी अच्छी बारिश होने की उम्मीद नहीं है।
मेरठ और आस -पास,अगस्त के शुरुआत में अच्छी बारिश के बाद फिर से मौसम के तल्ख तेवर नजर आ रहे हैं। जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश देने वाला मानसून अगस्त में मानो रूठा है। अगस्त में सामान्य से 40 फीसद कम बारिश हुई है। मेरठ में जुलाई के बाद अगस्त सबसे अधिक बारिश वाला माह है। अगस्त में सामान्यत: बारिश का आंकड़ा 202 मिलीमीटर है। अभी तक केवल 68.8 मिलीमीटर बारिश हुई है।मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अभी गर्मी और सताएगी और उमस भी बढ़ेगी। दिन निकलते ही आसमान से आग बरसनी शुरू हो जाती है। अधिकतम तापमान 37 डिग्री और आदृता का न्यूनतम स्तर 50 या उसके ऊपर बना रहना लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है। ताप सूचकांक 47 डिग्री के आसपास रिकार्ड किया गया। दोपहर में 12 से चार बजे तक समय सीधे धूप के संपर्क में आने वाले लोगों के लिए अहितकर है।दिनभर मौसम गर्म रहता है। शाम को सूरज ढलने के बाद भी राहत नहीं मिल रही।
सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वद्यिालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही का कहना है कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड व हिमांचल में 19 अगस्त से और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों में 21 अगस्त से हल्की बारिश का अनुमान है। वहीं रामपुर बरेली पीलीभीत सहारनपुर बिजनौर आदि में कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। वहीं मेरठ का एक्यूआई 150 दर्ज किया गया।