By नीरज कुमार दुबे | Feb 05, 2024
ज्ञानवापी मामले में कुछ लोग भ्रम फैलाते फैलाते अब देश के न्यायालयों पर भी निशाना साधने लग गये हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि ज्ञानवापी कोई मस्जिद नहीं बल्कि प्राचीन मंदिर है जिसे आक्रांताओं ने नुकसान पहुँचा कर वहां मस्जिद का ढांचा खड़ा कर दिया था। हाल ही में एएसआई के सर्वे में भी सारे तथ्य सामने आ चुके हैं। अदालत के निर्देश पर ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा-पाठ शुरू भी हो चुका है। देश के समस्त सनातनियों को उम्मीद है कि नंदी बाबा का इंतजार जल्द खत्म होगा और ज्ञानवापी में जहां बाबा मिले हैं वहां भी पूजा-पाठ शुरू हो सकेगा। इस बात की बढ़ती संभावना को देखते हुए कुछ लोग बौखलाहट में कुछ भी बोल रहे हैं। पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दावा किया कि वाराणसी जिला अदालत ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में स्थित तहखाने में ‘पूजा’ करने की अनुमति देने संबंधी फैसले पर ‘‘जल्दबाजी’’ में पहुंची है।
वहीं 1993 में ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा अर्चना बंद कराने वाले मुलायम सिंह यादव के भाई और समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने भी न्यायपालिका पर सवाल उठाते हुए दावा किया है कि कई मौकों पर अदालतें सही फैसला नहीं सुनाती हैं। जाहिर है ऐसे बयानों से उन लोगों का हौसला बढ़ रहा है जोकि तनाव पैदा करने वाले बयान देने के लिए ही जाने जाते हैं। विवादित बयान देने वाले नेताओं और प्रशासन की हर कार्रवाई को धर्म के नजरिये से पेश कर भ्रम फैलाने में उस्ताद माने जाने वाले इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां ने न्यायपालिका के खिलाफ घोर आपत्तिजनक बयान दिये हैं। हम आपको याद दिला दें कि तौकीर रजा खां इससे पहले अतीक और अशरफ अहमद की मौत के मामले के दौरान भी आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवादों में आये थे। सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान भी प्रदर्शनों में उनकी प्रमुख भूमिका रही थी। अब ज्ञानवापी, उत्तराखंड की ओर से लाये जा रहे यूसीसी विधेयक और सीएए के नियमों के शीघ्र आने की संभावनाओं पर बयान देते हुए उन्होंने फिर से कई विवादित बातें कही हैं जो उनकी मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
हम आपको बता दें कि बरेली स्थित इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने देश के मुसलमानों से अपील की है कि वे आने वाले शुक्रवार से जेल भरो आंदोलन शुरू करें। आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बार फिर केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने देश के मुसलमानों से आगामी शुक्रवार से जेल भरो आंदोलन शुरू करने की अपील करते हुए कहा कि बाबरी शहीद हो गई लेकिन ज्ञानवापी नहीं होने दी जाएगी।
इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने देश में चल रहे कई मुद्दों पर अपनी राय रखने के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। तौकीर रजा ने कहा है कि बाबरी मस्जिद को शहीद कर दिया गया है और 3000 हजार से ज्यादा मस्जिदों की लिस्ट बनाई गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अब एएसआई, कोर्ट और सरकार पर भरोसा नहीं है। तौकीर रजा ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जेल भरो आंदोलन शुरू करने को कहा। उन्होंने पूरे देश के मुसलमानों से भी अपील की है कि वे उनका समर्थन करें और शुक्रवार को जेल भरो आंदोलन में हिस्सा लें।
मीडिया से बातचीत के दौरान मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि देश में आए दिन मस्जिदों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। ज्ञानवापी की हालत सबके सामने है लेकिन वहां कई मस्जिदें हैं जिन्हें तोड़ दिया गया है। इससे देश का कानून पूरी दुनिया में बदनाम हो रहा है।