राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इन दिनों दोहरी मार का प्रकोप झेलना पड़ रहा है। दिल्ली में ठंड के कहर के साथ ही वायु गुणवत्ता पर भी असर देखने को मिल रहा है। एक तरफ पारा लगातार नीचे गिर रहा है, जिससे ठंड बढ़ती जा रही है। दूसरी तरफ वायु गुणवत्ता सूचकांक गुरुवार को 'गंभीर' श्रेणी में बना हुआ है।
इन दिनों दिल्ली के चारों ओर कोहरे की मोटी परत छाई हुई है। इसके कारण दृश्यता भी कम रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह 8 बजे शहर में एक्यूआई 448 दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में एक्यूआई 'गंभीर' दर्ज किया गया। आनंद विहार में एक्यूआई 478, अशोक विहार में 474, बवाना में 460 और डीटीयू में 461 दर्ज किया गया।
बता दें कि 0-50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51-100 को संतोषजनक, 101-200 को मध्यम, 201-300 को खराब, 301-400 को बहुत खराब तथा 401-500 को गंभीर माना जाता है। भारतीय मौसम विभाग की मानें तो शहर में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। उत्तरी हवा की दिशा से आने वाली प्रमुख सतही हवाओं के कारण धुंध और घने कोहरे की स्थिति और भी गंभीर होने की संभावना है।
दिल्ली में लोगों का कहना है कि आने वाले दिनों में शहर में तापमान अधिक कम होगा। इस साल सर्दी देर से आई है, इसलिए हमें उम्मीद है कि यह अगले साल देर तक रहेगी। तापमान में कमी आई है। आने वाले दिनों ये और कम होगा। दिल्ली की सर्दियां शहर के गरीब इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए कठिन समय लेकर आती हैं, क्योंकि उनके पास रहने के लिए कोई आवास या आश्रय नहीं होता है।
आईएमडी के अनुसार, मंगलवार को शहर में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वायु गुणवत्ता में गिरावट के बाद 16 दिसंबर से पूरे एनसीआर में जीआरएपी चरण IV उपाय लागू हो गए हैं। यह फैसला तब लिया गया जब दिल्ली में एक्यूआई 400 के पार पहुंच गया। सोमवार रात 9 बजे एक्यूआई 399 दर्ज किया गया और रात 10 बजे तक यह 401 पर पहुंच गया और गंभीर श्रेणी में पहुंच गया।