By अनन्या मिश्रा | Sep 22, 2024
आज ही के दिन यानी की 22 सितंबर को मंसूर अली खान पटौदी का निधन हुआ था। क्रिकेट की दुनिया में 'एक नज़र वाला टाइगर' इकलौता ही हुआ। उन्हें भारत के बेहतरीन टेस्ट कप्तान के तौर पर जाना जाता था। उनको नवाब पटौदी जूनियर के नाम से भी जाना जाता था। एक हादसे में पटौदी ने अपनी एक आंख गंवा दी थी। लेकिन इसके बाद भी उन्होंने एक आंख से करीब 14 सालों तक क्रिकेट में अपनी धाक बनाए रखी। तो आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर मंसूर अली खान पटौदी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म
बता दें कि 05 जनवरी 1941 को भोपाल में मंसूर अली खान पटौदी का जन्म हुआ था। उन्होंने एक बार इंटरव्यू में बताया था कि वह बचपन से टाइगर प्रवृत्ति के थे। वह बचपन से आक्रामक प्रवृत्ति के थे। जिस कारण से लोगों ने उनके 'टाइगर' कहना शुरूकर दिया था।
कॅरियर
अपने टेस्ट डेब्यू से पहले काउंटी सीजन के दौरान उनके साथ इंग्लैंड के होव शहर में एक भयानक हादसा हो गया। इस हादसे में उनकी एक आंख ने बुरी तरह काम करना बंद कर दिया था। दरअसल, इस हादसे में कार का शीशा पटौदी के दाईं आंख में लग गया और आंख की रोशरी चली गई। एक आंख की रोशनी जाने के बाद डॉक्टरों ने उनको क्रिकेट न खेलने की सलाह दी। लेकिन मंसूर अली खान ने हार नहीं मानी और हादसे के पांच महीने बाद साल 1961 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दिल्ली में टेस्ट डेब्यू किया।
अपनी पहली सीरीज में शतक और अर्द्धशतक लगाने के बाद टाइगर पटौदी को भारतीय टीम के अगले वेस्टइंडीज दौरे के बीच कप्तान बना दिया गया। बता दें कि महज 21 साल और 77 दिन की उम्र में वह कप्तान बन सबसे युवा कप्तान बन गए। वह लंबे समय तक भारतीय टीम के कप्तान बने रहे। उन्होंने अपने क्रिकेट करियर में 40 टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कप्तानी की। जिसमें से 9 मैचों में जीत और 19 मैचों में हार मिली थी।
शादी
क्रिकेट प्रेमियों के बीच अपने शानदार खेल की वजह से फेमस मंसूर अली खान पटौदी सिनेप्रेमी के बीच भी फेमस थे। वह खेल के साथ-साथ अपनी लव लाइफ को लेकर भी चर्चा में रहे। वहीं साल 1968 में उन्होंने बॉलीवुड की सबसे खूबसूरत एक्ट्रेस शर्मिला टैगौर के साथ शादी के बंधन में बंध गए।