By प्रिया मिश्रा | Jul 01, 2022
साउथ अफ्रीका में बेहद दुर्लभ दो सिर वाला सांप पाया गया है। जिस जगह पर यह सांप मिला, उस प्रॉपर्टी के मालिक ने इसे कांच के बर्तन में रख दिया था। इसके बाद उसने सांप के संरक्षण के काम करने वाले निक इवांस को बुलाया। ताकि निक उसे ले जाकर उसकी देखभाल कर सकें। सोशल मीडिया पर इस दो मुंह वाले सांप की तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है।
निक इवांस केजेडएन एंफीबियन एंड रेप्टाइल कंजर्वेशन के संस्थापक हैं। उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट पर इस सांप की तस्वीर शेयर की है। कैप्शन में उन्होंने लिखा, "मैं हाल ही में उत्तरी डर्बन के ब्राई इलाके के पास था। तभी मेरे पास वेदवे (Ndwedwe) से एक तस्वीर आई। यह एक दोमुंहे सांप की तस्वीर थी। ये एक साउदर्न ब्राउन एग ईटर (Southern Brown Egg-eater) सांप है। यह किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाता।"
आपको बता दें कि यह दोमुंह वाला सांप साउदर्न ब्राउन एग ईटर रात में घूमने वाले सांप है। यह खतरनाक दिखने वाला सांप वास्तव में जहरीला नहीं होता है। आमतौर पर इसकी पूरी लंबाई 30 इंच होती है। लेकिन इस सब की लंबाई 30 सेंटीमीटर थी। निक्की इवांस ने बताया कि दो सिर वाले सांप के साथ एक बहुत बड़ी दिक्कत होती है। वो यह है कि वे किस दिशा में जाएं। एक सिर किसी और दिशा में तो दूसरे किसी और दिशा में जाना चाहता है।
निक ने बताया कि आराम करते हुए यह दोमुंहा सांप एक सिर के ऊपर दूसरा सिर रख लेता है। इसके नाम से ही मालूम होता है कि यह अंडे खाता है। जानकारी के लिए बता दें कि इस सांप के दांत नहीं होते लेकिन इसके बावजूद यह एक बार में कई अंडे फोड़ कर अंदर से पूरा पदार्थ खा जाता है। इतना ही नहीं थे पर यह पूरा का पूरा अंडा सीधा निगल लेता है। इसके गर्दन में उन अंडों को फोड़ने की क्षमता होती है। बाद में यह अंडे का ऊपरी भाग उगल देता है।
आमतौर पर दोमुंहे साल कम देखने को मिलते हैं। इस स्थिति को बाइसीफैली कहते हैं। जब कोई जुड़वा पैदा होने से पहले अलग नहीं हो पाता है तब ऐसी स्थिति बनती है। बता दें कि दस हजार सांपों के जन्म पर कोई एक साथ इस तरह का दिखता है। लेकिन इसके जिंदा रहने की संभावना काफी कम होती है। लेकिन अब यह सांप निक इवांस से प्रोफेशनल लोगों के पास चला गया है। उसकी सेहत का ख्याल रखा जा रहा है। कुछ दिन स्टडी करने के बाद उसे वापस जंगल में छोड़ दिया जाएगा। वैज्ञानिक यह जानना चाहते हैं कि यह लंबा जीवित रहेगा। इसके लिए उसे जंगल के छोड़ना जरूरी है ताकि वह अपने प्राकृतिक रहवास में जिए।