By अंकित सिंह | Jan 25, 2024
तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ'ब्रायन ने पश्चिम बंगाल में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन नहीं हो पाने के लिए पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन के दो मुख्य विरोधी हैं: भाजपा और अधीर रंजन चौधरी। वह भाजपा की भाषा बोलते हैं। इसके साथ ही कहा कि बंगाल में गठबंधन न चल पाने के तीन कारण है। 1. अधीर रंजन चौधरी 2. अधीर रंजन चौधरी 3.अधीर रंजन चौधरी। यह टिप्पणी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की घोषणा के एक दिन बाद आई है कि उनकी पार्टी राज्य में लोकसभा चुनाव "अकेले" लड़ेगी।
आपको बता दें कि इंडिया ब्लॉक में तनाव के बीच पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मेगा रैली के 12वें दिन पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई है। हालांकि, ममता बनर्जी ने इससे पूरी दूरी बना रखी है। टीएमसी सुप्रीमो ने कांग्रेस पर निराशा व्यक्त करते हुए दावा किया था कि उन्होंने उन्हें पश्चिम बंगाल में अपनी नियोजित भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बारे में भी सूचित नहीं किया। उन्होंने कहा, "शिष्टाचार के नाते, उन्होंने मुझे यह भी सूचित नहीं किया कि वे बंगाल में यात्रा आयोजित करने जा रहे हैं।" बनर्जी के फैसले से लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ एकजुट मोर्चा पेश करने के विपक्ष के प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई है।
तृणमूल कांग्रेस सांसद ने आरोप लगाया कि चौधरी भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आवाज उनकी है, लेकिन शब्द उन्हें दिल्ली में बैठे दो लोगों द्वारा दिये जा रहे हैं। पिछले दो साल में अधीर रंजन चौधरी भाजपा की बोलते रहे हैं। उन्होंने बंगाल को केंद्रीय कोष से वंचित रखे जाने का मुद्दा एक बार भी नहीं उठाया।’’ ओब्रायन ने कहा, ‘‘जब बंगाल में तृणमूल के खिलाफ ईडी की कार्रवाई हुईं तो उन्होंने उनका भी समर्थन किया था। वह ममता बनर्जी को अपमानित करने के लिए विशेष संवाददाता सम्मेलन बुलाते हैं लेकिन भाजपा नेताओं के खिलाफ मुश्किल से ही बोलते हैं।’’ ओब्रायन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘आम चुनाव के बाद यदि कांग्रेस अपना काम कर लेती है और अच्छी खासी संख्या में सीटों पर भाजपा को हरा देती है तो तृणमूल कांग्रेस उस मोर्चे में पूरी तरह शामिल रहेगी जो संविधान में विश्वास रखता है और उसके लिए लड़ता है।’’