By अंकित सिंह | Sep 30, 2024
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को मणिपुर, जनगणना और जाति जनगणना जैसे गंभीर मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कराए गए एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि शहरी सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई करने वाले 92% कर्मचारी एससी, एसटी, ओबीसी श्रेणियों से आते हैं। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी जाति जनगणना के खिलाफ है क्योंकि तब पता चलेगा कि एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस और अन्य सभी वर्ग किस काम से अपनी आजीविका कमा रहे हैं।
खड़गे ने एक्स पोस्ट में लिखा कि गृह मंत्री अमित शाह को मणिपुर, जनगणना और जातिगत जनगणना जैसे गंभीर मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आपकी सरकार का ही सर्वे कहता है कि शहरी सीवरों, सेप्टिक टैंकों की सफाई करने वाले 92% कर्मचारी एससी, एसटी, ओबीसी वर्गों से आते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा जातिगत जनगणना के विरोध में इसलिए है क्योंकि तब पता चल जाएगा कि एससी, एसटी, ओबीसी EWS व सभी वर्ग कौन-कौन से कार्यों से अपना जीवन-यापन कर रहें हैं। उनकी आर्थिक और सामाजिक स्तिथि क्या है? उनको किस तरह की सरकारी योजनाओं का targeted लाभ मिलना चाहिए। कांग्रेस पार्टी जातिगत जनगणना करवाने के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। हम ये करवाकर ही रहेंगे।
गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की जम्मू-कश्मीर में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर की गई टिप्पणी को सोमवार को ‘‘अत्यंत खराब और अपमानजनक’’ करार दिया। शाह ने कहा कि ‘‘कटु तरीके से नफरत दिखाते हुए’’ खरगे ने यह कहकर अपने निजी स्वास्थ्य के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम बिना वजह ही घसीटा कि वह मोदी को सत्ता से हटाने से पहले नहीं मरेंगे। जम्मू-कश्मीर के जसरोटा में रविवार को आयोजित एक रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तबीयत खराब हो गई, लेकिन कुछ देर रुकने के बाद उन्होंने अपना भाषण जारी रखा और सत्तारूढ़ दल पर हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सत्ता से हटाने से पहले वह मरेंगे नहीं।