चीन या किसी अन्य देश के जवानों को यहां लाने की नहीं दे रहा अनुमति, भारतीय सैनिकों की वापसी को लेकर मालदीव के राष्ट्रपति का बड़ा बयान

By अभिनय आकाश | Oct 27, 2023

मालदीव ने अपनी सैन्य उपस्थिति को हटाने के लिए भारत के साथ बातचीत शुरू कर दी है। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने शुक्रवार को ब्लूमबर्ग न्यूज द्वारा प्रकाशित एक साक्षात्कार में कहा कि नई दिल्ली और बीजिंग दोनों इस क्षेत्र में प्रभाव के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। पिछले महीने राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह को अपदस्थ करने वाले मुइज्जू ने भारतीय सैनिकों को हटाना एक प्रमुख अभियान प्रतिज्ञा थी। लगभग 70 भारतीय सैन्यकर्मी नई दिल्ली प्रायोजित रडार स्टेशनों और निगरानी विमानों का रखरखाव करते हैं। भारतीय युद्धपोत मालदीव के विशेष आर्थिक क्षेत्र में गश्त करने में मदद करते हैं।

इसे भी पढ़ें: Shaurya Path: India-Maldives, India-Canada, Russia-Ukraine, Indian Army, Air Force Day 2023 संबंधी मुद्दों पर Brigadier Tripathi से बातचीत

मुइज्जू ने साक्षात्कार में कहा कि उन्होंने पहले ही भारत सरकार के साथ अपनी सैन्य उपस्थिति हटाने पर बातचीत शुरू कर दी है, उन्होंने उन वार्ताओं को पहले से ही बहुत सफल बताया। मुइज़ू ने ब्लूमबर्ग से कहा कि हम एक द्विपक्षीय संबंध चाहते हैं जो पारस्परिक रूप से लाभप्रद हो। उन्होंने कहा कि भारतीय सैनिकों की जगह दूसरे देशों के सैनिक नहीं लेंगे। उन्होंने कहा कि भारत से सैन्य कर्मियों को हटाने के लिए कहना किसी भी तरह से यह संकेत नहीं देता है कि मैं चीन या किसी अन्य देश को अपने सैन्य जवानों को यहां लाने की अनुमति देने जा रहा हूं।

इसे भी पढ़ें: भारत के 2 मित्र देशों पर कैसे हो गया बड़ा हमला, अब क्या करेंगे पीएम मोदी

मुइज़ू की जीत ने हिंद महासागर पर प्रभाव के लिए चीन और भारत के बीच रस्साकशी को बढ़ा दिया है। एक के बाद एक आने वाली सरकारों का झुकाव या तो भारत या चीन की ओर रहा है। दोनों एशियाई शक्तियों ने मालदीव के बुनियादी ढांचे को उन्नत करने और ऋण बढ़ाने में भारी निवेश किया है, क्योंकि वे एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं।

प्रमुख खबरें

दोस्त इजरायल के लिए भारत ने कर दिया बड़ा काम, देखते रह गए 193 देश

Nawada Fire: CM Nitish के निर्देश के बाद पुसिल का एक्शन, 16 लोगों को किया गिरफ्तार, पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग

Ukraine पहुंचे भारत के हथियार, रूस हो गया इससे नाराज, विदेश मंत्रालय ने मीडिया रिपोर्ट को बताया भ्रामक

Waqf Board case: आप विधायक अमानतुल्लाह खान की याचिका, दिल्ली हाईकोर्ट ने ईडी से रिपोर्ट मांगी