भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच अस्पतालों में बिस्तरों की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं की आपूर्ति को लेकर निश्चिंंतता जताई है। मुख्यमंत्री शिवराज ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर समेत अनेक शहरों में बड़ी संख्या में कोविड-19 के सक्रिय प्रकरण आ रहे हैं। इसे देखते हुए हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ती रहे।
उन्होंने बताया कि एम्स भोपाल में जितने बेड खाली हैं, वे कोरोना मरीजों के लिए उपयोग में लाए जाएंगे। इसके अलावा भोपाल में आरकेडीएफ और पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में बेड बढ़ाए गए हैं। इंदौर में इंडेक्स अस्पताल ले लिया गया है। 9 अप्रैल तक बिस्तरों की संख्या सरकारी अस्पतालों में 17,492 और निजी अस्पतालों में 13,250 थी। कोविड19 के इलाज हेतु कुल संख्या 30,742 थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने बिस्तरों की संख्या बढ़ाई और 13 अप्रैल तक सरकारी अस्पतालों में इसकी संख्या 19,410 बेड और निजी अस्पतालों में 17,036 है। वर्तमान में कुल 36,446 बिस्तर उपलब्ध हैं। 52 में से 43 जिलों में कोविड19 केयर सेंटर्स की स्थापना हुई है जहाँ सामान्य लक्षण के मरीजों को भर्ती किया जाएगा। कोविड19 केयर सेंटर्स में बिस्तरों की संख्या लगभग 7,215 है। आज हर जिले में चर्चा कर स्थिति की जानकारी ली है। ऑक्सीजन की उपलब्धता 8 अप्रैल को हमारे पास 130 मी. टन थी, 9 अप्रैल को वह बढक़र 180 मी. टन हुई और 12 अप्रैल को बढक़र 267 मी. टन हुई है। मैं लगातार दिल्ली से संपर्क में हूँ। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पियूष गोयल और धमेन्द्र प्रधान के संपर्क में हूँ जिससे ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ती रहे। ऑक्सीजन का परिवहन कर रहे टैंकर्स को हमने एम्ब्युलेंस का दर्जा दिया है, जिससे देरी न हो। टैंकर्स बढ़ाने का प्रयास जारी है। वही मुख्यमंत्री ने जीवन रक्षक इंजेक्शन रेमडेसिविर की आपूर्ति को लेकर कहा कि हमें अब तक करीब 36 हज़ार रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राप्त हो गए हैं, 2,000 इंजेक्शन आज आने वाले हैं। 16 अप्रैल को 10,000 इंजेक्शन की और आपूर्ति होगी। जितने उपाय संभव हैं सभी किये जा रहे हैं। हम ऑक्सीजन का ऑडिट भी करेंगे।