जब से वॉट्सएप्प की नई डेटा पॉलिसी की खबर आई है, तबसे यूज़र्स में काफी नाराज़गी है। यही वजह है कि यूज़र्स वॉट्सएप्प के ज़रिये अपना डेटा शेयर करने से बच रहें हैं। और दूसरा मैसेजिंग एप्प की तरफ बढ़ रहें हैं, जिससे सिग्नल और टेलीग्राम एप्प तेज़ी से डाउनलोड होने लगे हैं। रिपोर्टस के अनुसार देशभर में पिछले कुछ दिनों में 25 लाख से अधिक यूज़र्स ने वॉट्सएप्प को छोड़ सिग्नल को डाउनलोड किया है़। वहीं, दूसरे नंबर पर टेलीग्राम मैसेजिंग एप्प को करीब 16 लाख यूज़र्स डाउनलोड कर चुके हैं। हालांकि वॉट्सएप्प की यह नई पॉलिसी 15 मई से लागू होनी है। आज सिग्नल एप्प, एप्पल के एप्प स्टोर पर वॉट्सएप्प को पछाड़ कर देश के टॉप फ्री एप्प में अपनी जगह बना चुका है। यह फ्री एप्स की कैटिगरी में एप्पल प्ले स्टोर पर पहले स्थान पर, वहीं गूगल प्ले स्टोर पर चौथे स्थान पर है।
क्या है सिग्नल एप्प?
सिगन्ल एक पॉपुलर मैसेजिंग एप्प है, जो एंड्रॉयड, विंडोज़, आईफोन, मैक और लिनक्स जैसे ऑप्रेटिंग सिस्टम्स पर काम करता है। अन्य मैसेजिंग एप्स की तरह इसके ज़रिये भी आप मैसेज, वीडियो, फोटो या लिंक्स भेज सकते हैं, और वीडियो या ऑडियो कॉल्स कर सकते हैं। साथ ही, हाल ही में ग्रुप वीडियो कॉलिंग का फीचर भी आ गया है, जिसके ज़रिये आप एक साथ 150 लोगों के साथ वीडियो कॉलिंग कर सकते हैं। यह चैटिंग प्लैटफॉर्म विज्ञापन मुक्त है, जो कि प्राइवेसी के मामले में अच्छा है।
क्या है इस एप्प में खास?
सिग्नल एप्प की खासियत है कि इसमें डाटा लिंक्ड-टू-यू फीचर दिया गया है़, जिसे इनेबल करने के बाद कोई भी चैटिंग के दौरान उस चैट का स्क्रीनशॉट नहीं ले पाएगा यानी आपकी चैट पूरी तरह सुरक्षित रहेगी। साथ ही, इसमें भी मैसेजिंग ग्रुप तैयार करने का विकल्प है, जिसके लिए आपको यूज़र्स को पहले रिकवेस्ट भेजना जरूरी होगा़। बिना अनुमति के किसी भी यूज़र्स को ग्रुप से जोड़ा नहीं जा सकता है। इसकी एक खासियत यह है कि यह आपके पुराने मैसेज को ऑटोमेटिकली गायब कर देता है। इसके लिए यूज़र्स एक टाइम सेट करेंगे, जो 10 सेकेंड से लेकर एक हफ्ते तक का होगा। सेट टाइम के दौरान आपके मैसेज अपने आप डिलीट हो जाएंगे। आपको बता दें कि वॉट्सएप्प ने भी हाल ही में यह फीचर डिसअपियरिंग नाम से पेश किया था।
क्या है इस एप्प की प्राइवेसी पॉलिसी?
एक्सपर्टेस के अनुसार सिग्नल एप्प मोबाइल नंबर के अलावा कोई और जानकारी नहीं मांगता है़। इस मोबाइल नंबर के ज़रिये वह आपकी पहचान भी नहीं उजागर करता है। इसकी प्राइवेसी पॉलिसी में यह भी शामिल है कि अगर आप सिग्नल एप्प पर किसी अन्य वेबसाइट की सेवाओं का उपयोग करते हैं, तो सिग्नल की बजाय उस वेबसाइट की शर्तें लागू होंगी। सिग्नल का इस्तेमाल करने की न्यूनतम आयु 13 साल है। साथ ही, यह एप्प आपके फोन की कॉन्टेक्ट लिस्ट को बताता है कि आपके कौन से कॉन्टेक्ट सिग्नल का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें रिलेय कॉल्स का फीचर भी है, जिसके ज़रिये आपका कॉल सिग्नल सर्वर से जाता है, और सामने वाले कॉन्टैक्ट को आपके आईपी अड्रेस का पता नहीं चलता है।
वॉट्सएप्प से क्यों है अलग?
कंपनी का दावा है कि उसकी तरफ से यूज़र के डाटा का, नहीं के बराबर इस्तेमाल किया जाता है़। यह यूज़र्स के असुरक्षित बैकअप को क्लाउड पर भी नहीं भेजता़ साथ ही एनक्रिप्टेड डाटाबेस को आपके फोन में सुरक्षित रखता है़। साथ ही एप्प की सुरक्षा को अपने हिसाब से तय करने का विकल्प दिया गया है़।
- शैव्या शुक्ला