पुडुचेरी। पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी ने रविवार को पुडुचेरी की 23वीं उपराज्यपाल के तौर पर पर कार्यभार संभाल लिया। मद्रास उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति हुलुवाडी जी रमेशन ने राजनिवास में 66 वर्षीय बेदी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। बेदी केंद्रशासित प्रदेश की चौथी महिला उपराज्यपाल हैं। यह पद तकरीबन दो वर्ष तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल के अतिरिक्त प्रभार के तहत रहा।
पुडुचेरी सरकार के मुख्य सचिव मनोज परीडा ने इससे पहले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की ओर से उनको नियुक्त करने का आदेश पढ़ा। मुख्यमंत्री नामित वी नारायणसामी, पूर्व मुख्यमंत्री एन रंगासामी, आरवी जानकीरमन और एमडीआर रामचंद्रण, पीसीसी अध्यक्ष ए. नमाशिवायम, निर्वाचित विधायक, लोकसभा सदस्य राधाकृष्णन, एन गोकुलकृष्णन (राज्यसभा), फ्रांसीसी महावाणिज्य दूत फिलिप जेनवियर कामियामा और पूर्व मंत्री समेत अन्य इस समारोह में मौजूद थे। नरेंद्र मोदी सरकार ने संप्रग की ओर से नामित वीरेंद्र कटारिया को नियुक्ति के महज साल भर बाद ही हटा दिया जिसके बाद से केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल का पद खाली था। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह को पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
बाद में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए बेदी ने कहा, ‘‘हम सभी समृद्ध पुडुचेरी की परिकल्पना करते हैं और हम विश्वास, सशक्तिकरण और जवाबदेही नामक तीन मंत्रों के जरिए जिम्मेदारी निभाएंगे।’’ बेदी ने कहा, ‘‘जवाबदेही का मंत्र केवल लोगों के लिए ही नहीं बल्कि खुद के लिए भी है और इसका मतलब कानून लागू करने और उसके प्रति सम्मान बढ़ाने में है।’’
इससे पहले अधिकारियों के साथ एक बैठक में नयी उपराज्यपाल ने कहा कि हर सरकारी विभाग को अपनी मजबूती और मौके के हिसाब से काम करना चाहिए। बेदी ने कहा कि ‘‘आज रविवार है लेकिन उन्होंने कार्यभार संभाला क्योंकि यह मेरी मां का दिन है। वह 1999 में दुनिया से चली गयीं। उन्होंने हमेशा कहा काम ही पूजा है।’’