By अंकित सिंह | Nov 28, 2024
भुवनेश्वर में ओडिशा डीजीपी सम्मेलन से एक दिन पहले, खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने गुरुवार को एक संदेश जारी कर अखिल भारतीय बैठक को बाधित करने की धमकी दी, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के अलावा कई शीर्ष सुरक्षा अधिकारी शामिल होंगे। सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन के प्रमुख पन्नू ने एक वीडियो संदेश में अपने समर्थकों से डीजी-आईजी सम्मेलन को बाधित करने के लिए भुवनेश्वर के मंदिरों-होटलों में भेष बदलने और छिपने का आग्रह किया।
गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत एक नामित आतंकवादी, पन्नून ने प्रधानमंत्री को भक्तों से मिलने के लिए भुवनेश्वर में राम मंदिर जाने की चुनौती दी और नक्सलियों, माओवादियों, कश्मीरी लड़ाकों से डीजी-आईजी सम्मेलन को बाधित करने के लिए भुवनेश्वर के मंदिरों, होटलों में भेष बदलने और छिपने का आग्रह किया। यह कहते हुए कि एनआईए, सीआरपीएफ, बीएसएफ, एनएसजी, आईबी और सीआईएसएफ के 200 से अधिक सुरक्षा अधिकारी शाह के नेतृत्व में मिलेंगे, पन्नून ने कहा कि बैठक में खालिस्तानी समर्थक सिखों, कश्मीरी लड़ाकों, नक्सलियों और माओवादियों की हत्या की योजना बनाई जाएगी और योजना बनाई जाएगी।
शुक्रवार को शुरू होने वाली डीजीपी कॉन्फ्रेंस पहले से ही भारी सुरक्षा घेरे में है और भुवनेश्वर के कई इलाकों को नो-फ्लाइंग और नो-ड्रोन जोन घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार शाम करीब 4.15 बजे भुवनेश्वर पहुंचेंगे। बैठक के लिए भाजपा कार्यालय जाने से पहले बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनका अभिनंदन किया जाएगा। इसके बाद वह राजभवन के लिए रवाना होंगे। पहले मोदी का हवाईअड्डे से रोड शो करने का कार्यक्रम था जिसे बाद में रद्द कर दिया गया। वह 30 नवंबर से 1 दिसंबर तक अखिल भारतीय डीजीपी बैठक में भाग लेंगे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को पहुंचेंगे और बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
अधिकारियों ने यहां बताया कि इस राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा अन्य गणमान्य लोग शामिल होंगे। खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा इस सम्मेलन को बाधित करने की कथित धमकी दिए जाने के संबंध में एक सवाल के जवाब में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार ने कहा कि हम सभी खतरों से अवगत हैं और हमने व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। हम सुनिश्चित करेंगे कि कोई अप्रिय घटना न हो।
सुरक्षा उपायों की बारीकियों के बारे में कुमार ने कहा कि ओडिशा पुलिस की लगभग 80 प्लाटून (एक प्लाटून में 30 जवान होते हैं) के साथ-साथ सीआरपीएफ और बीएसएफ जवानों समेत केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 10 कंपनियों को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘सम्मेलन स्थल और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है तथा प्रधानमंत्री का चार स्तरीय सुरक्षा प्रबंध होगा। एसपीजी अंदरूनी सुरक्षा संभालेगी।’