By अनुराग गुप्ता | May 04, 2022
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू विधानसभा सीट से मिली हार पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि एक भाजपा उम्मीदवार के रूप में मुझे सिराथू के इतिहास में सबसे ज्यादा वोट मिले। लेकिन बसपा और कांग्रेस ने सपा को अपना समर्थन दे दिया। दरअसल, हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की। हालांकि केशव प्रसाद मौर्य सिराथू सीट से हार गए थे। जिसकी काफी चर्चा हो रही थी।
अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट 'इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सिराथू से मिली हार की वजहों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भाजपा उम्मीदवार के रूप में मुझे सिराथू में सबसे ज्यादा वोट मिले। लेकिन बसपा और कांग्रेस ने आत्मसमर्पण करते हुए सपा को अपना समर्थन दे दिया था। जिसका नतीजा यह हुआ कि कौशांबी जिले की तीन सीटों पर हम करीब 30,000 मतों के छोटे अंतर से हार गए।
सपा के झूठ का हुआ पर्दाफाश
उन्होंने कहा कि इस हार के कुछ अन्य कारण भी हैं लेकिन मुझे उन कारणों पर चर्चा करना उचित नहीं लगता है। इसके साथ ही ओबीसी समर्थन से जुड़े सवाल पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि निश्चित रूप से सपा ने झूठ बोलकर पिछड़े समुदायों के कुछ वोट हासिल किए। लेकिन उनके झूठ का पर्दाफाश हो गया। पिछड़ा वर्ग भाजपा के साथ मजबूती के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि पिछड़ा समुदाय भाजपा के साथ है और भविष्य में भी वो भाजपा के साथ ही रहेंगे। अखिलेश यादव ने 2022 में अपने राजनीतिक करियर का सर्वोच्च मुकाम हासिल किया है।
आपको बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य को इस बार पीडब्ल्यूडी मंत्रालय नहीं मिला है। इससे जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर मेरे पास फिर से पीडब्ल्यूडी होता तो मैं केवल सड़कें बना रहा होता। ऐसे में मैं गांवों का दर्द समझने और उसे दूर करने के अवसर से वंचित रह जाता। मैंने इस विभाग (ग्रामीण विकास और ग्राम विकास) की मांग की और यह मुझे दिया गया। इसके लिए मैं नेतृत्व का आभार व्यक्त करता हूं।