By अंकित सिंह | Apr 26, 2025
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बढ़ते तनाव के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि वह पाकिस्तान के साथ 'युद्ध' के पक्ष में नहीं हैं और उन्होंने इस घातक आतंकवादी हमले में 'सुरक्षा चूक' को लेकर चिंता जताई, जिसमें 26 लोग मारे गए। उन्होंने शांति सुनिश्चित करने के लिए कश्मीर घाटी में सुरक्षा मजबूत करने की वकालत की। सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा, 'इस घटना में सुरक्षा चूक हुई है। हम युद्ध के पक्ष में नहीं हैं। कश्मीर क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को कड़ा करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। कश्मीर में शांति सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार को सुरक्षा बढ़ानी चाहिए।'
कर्नाटक के सीएम ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगी कि केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार राज्य में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जाए। सिद्धारमैया ने कहा, "केंद्र सरकार के निर्देशानुसार पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने के लिए कदम उठाए जाएंगे। राज्य के विभिन्न शहरों में पाकिस्तानियों की संख्या के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।" कर्नाटक के सीएम की टिप्पणी की भाजपा ने कड़ी आलोचना की है। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बात का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं है कि किसी भी संदर्भ में क्या बोलना है।
कर्नाटक के सीएम की टिप्पणी की बीजेपी ने कड़ी आलोचना की है। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस बात का ज़रा भी अंदाज़ा नहीं है कि किसी भी संदर्भ में क्या बोलना है। उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित इस्लामी आतंकवादियों द्वारा हमला किया गया है। सीमा पार से घुसपैठियों द्वारा किया गया यह कृत्य अब केवल राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल नहीं है। यह भारत की संप्रभुता और गरिमा के लिए चुनौती है। ऐसी स्थिति में, पूरे देश को एक स्वर में, गैर-पक्षपातपूर्ण होना चाहिए। इसके लिए केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक की है और सभी दलों को विश्वास में लिया है। आपकी अपनी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व सहित सभी दलों ने एकमत से कहा है कि वे केंद्र सरकार द्वारा लिए गए किसी भी निर्णय का समर्थन करेंगे।"
उन्होंने कहा कि हमारे देश के पास पेशेवर सशस्त्र बल हैं। हमारे सशस्त्र बलों के पास किसी भी स्थिति में उचित कार्रवाई का निर्धारण करने की विशेषज्ञता और अनुभव है। उन्हें इस मामले में आपकी सलाह की आवश्यकता नहीं है, न ही उनके पास सलाह देने की कोई योग्यता है। बांग्लादेश, रोहिंग्या और पाकिस्तान से हजारों अवैध अप्रवासी राज्य में राजाओं की तरह घूम रहे हैं। पहले उनकी पहचान करें, उन्हें निर्वासित करें और कन्नड़ लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर ध्यान दें। उन मामलों में बेवजह अपनी नाक न घुसाएं जो आपसे संबंधित नहीं हैं।
वहीं, तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पाकिस्तान और आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने का आग्रह किया फिर चाहे पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का भारत में विलय करना ही क्यों न हो। आतंकवादी हमले के विरोध में हैदराबाद में मोमबत्ती जुलूस का नेतृत्व करने वाले रेड्डी ने कहा कि केंद्र को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए निर्णायक कार्रवाई करने की जरूरत है। उन्होंने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 1971 में बांग्लादेश के निर्माण को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तुलना देवी दुर्गा से की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘आप (प्रधानमंत्री मोदी) दुर्गा माता को याद रखें। कार्रवाई करें, चाहे वह पाकिस्तान पर हमला हो या कोई और कदम। आज पाकिस्तान के खिलाफ कदम उठाए जाने चाहिए। यह समझौता करने का समय नहीं है। मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए। आगे बढ़िए हम आपके साथ खड़े होंगे। 140 करोड़ भारतीय आपके साथ हैं।’’ रेड्डी ने कहा, ‘‘पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दीजिए। पीओके को भारत में मिला दीजिए। हम आपके साथ है, आप दुर्गा माता के भक्त हो। इंदिरा जी को याद कीजिए। इस बीच पहलगाम आतंकवादी हमले के विरोध में राज्य में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन हुए।