कमलनाथ ने लिए मिर्ची बाबा ने रखी विशेष पूजा, पूजा में लोटा गिरने पर बीजेपी ने कसा तंज

By सुयश भट्ट | Aug 25, 2021

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व  मुख्यमंत्री कमलनाथ बुधवार को विशेष पूजा में शामिल हुए। यह पूजा महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी महाराज उर्फ मिर्ची बाबा ने कमलनाथ के लिए रखी है। बताया जा रहा है कि कमलनाथ के पूजा करने के दौरान हाथ लोटा छूट गया था । जिसके बाद बीजेपी ने कमलनाथ पर तंज कसा है।

इसे भी पढ़ें:कमलनाथ के ट्वीट पर हुई सियासत,मंत्री ने कहा - जनता की जान बचाने से कमलनाथ के पेट में होता है दर्द 

बताया जा रहा है कि मिर्ची बाबा ने यह पूजा कमलनाथ के स्वास्थ्य, शत्रु निवारण, सफलता और कष्टों को दूरने के लिए की है। इस पूजन में उज्जैन से 51 विद्वान ब्राह्मणों के सानिध्य में एक लाख पुष्पों द्वारा भगवान शिव का पूजन किया गया।

वहीं इस पूजा के बाद बीजेपी ने कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा है। बीजेपी प्रवक्ता डॉ हितेष बाजपेई ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”मिर्ची-बाबा” से सत्ता-वापसी और सदैव-यौवन हेतु कमलनाथ जी ने “वाम-मार्गी” पूजन कराया. देखीये कैसे “आम-फट्ट” करके लोटा फेंका।

इसे भी पढ़ें: 6 सितंबर को निकाली जाएगी आदिवासी अधिकार यात्रा: पूर्व सीएम कमलनाथ 

वहीं बीजेपी के नेता सुरेंद्र शर्मा ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ”ईश्वर संकेत देता है कमलनाथ जी आपसे लोटा नहीं सम्हलता नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी क्या सम्हालोगे. मिर्ची बाबा जैसे लोगों की पूजा भगवान भी स्वीकार नहीं करता. अच्छा होगा ख़ुद ही जिम्मेदारी छोड़ दो और नये लोगों को मौका दो वर्ना किसी दिन लोटे की तरह यह कुर्सी भी छूट जायेगी।”

आपको बता दें कि भी हाल ही में ग्वालियर में मिर्ची बाबा पर कुछ अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया था। जिसे कमलनाथ ने निंदनीय बताया था। वहीं कई बार चुनाव में मिर्ची बाबा ने कांग्रेस के जिताने को लेकर भविष्यवाणी कर चुके हैं। मिर्ची बाबा को कांग्रेस का समर्थक माना जाता है।

प्रमुख खबरें

Hair Growth Toner: प्याज के छिलकों से घर पर बनाएं हेयर ग्रोथ टोनर, सफेद बाल भी हो जाएंगे काले

Vivo x200 Series इस दिन हो रहा है लॉन्च, 32GB रैम के अलावा जानें पूरी डिटेल्स

Kuber Temples: भारत के इन फेमस कुबेर मंदिरों में एक बार जरूर कर आएं दर्शन, धन संबंधी कभी नहीं होगी दिक्कत

Latur Rural विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने किया दशकों तक राज, बीजेपी को इस चुनाव में अपनी जीत का भरोसा