By अंकित सिंह | Mar 26, 2025
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बुधवार, 26 मार्च को कर्नाटक के विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल को कथित "पार्टी विरोधी" गतिविधियों के चलते छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति द्वारा लिया गया यह निर्णय कई चेतावनियों के बावजूद पार्टी अनुशासन का बार-बार उल्लंघन करने के बाद लिया गया है। भाजपा की केंद्रीय अनुशासन समिति के सचिव ओम पाठक के पत्र में यतनाल के निष्कासन की आधिकारिक सूचना दी गई।
पत्र में कहा गया है, "पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने 10 फरवरी, 2025 को दिए गए कारण बताओ नोटिस पर आपके जवाब पर विचार किया है और अच्छे व्यवहार और आचरण के आपके आश्वासन के बावजूद पार्टी अनुशासन के आपके बार-बार उल्लंघन को गंभीरता से लिया है।" पत्र में आगे लिखा है, 'इसके अनुसार आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से छह साल की अवधि के लिए निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है और अब तक आपने जो भी पार्टी पद संभाला है, उससे आप हटा दिए गए हैं।'
अपने निष्कासन पर प्रतिक्रिया देते हुए यतनाल ने सोशल मीडिया पर कहा कि पार्टी ने उन्हें "सच्ची बात कहने" के लिए "पुरस्कृत" किया है। उन्होंने दावा किया कि निहित स्वार्थों ने उन्हें हटाने में भूमिका निभाई है। यतनाल ने लिखा, "मुझे निलंबित करने का निर्णय भ्रष्टाचार, पारिवारिक राजनीति, उत्तरी कर्नाटक के विकास और हिंदुत्व के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोकेगा। मैं उसी जोश और दृढ़ता के साथ अपने लोगों की सेवा करना जारी रखूंगा।" उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं, शुभचिंतकों, धार्मिक नेताओं, मीडिया और अपने परिवार सहित अपने समर्थकों का भी आभार व्यक्त किया, जिन्हें उन्होंने अपनी ताकत का स्तंभ बताया।