By अंकित सिंह | Sep 23, 2024
झारखंड के खूंटी में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने परिवर्तन यात्रा की शुरूआत की। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी के आशीर्वाद से नरेन्द्र मोदी जी तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने हैं। उन्होंने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव के दौरान झारखंड आया था और चुनावी सभाएं की थीं, उस समय भी हमें मालूम था कि इंडी अलायंस द्वारा किस तरह से झूठ फैलाया जा रहा है, लोगों को बरगलाया जा रहा है। उन्होंन कहा कि मैं झारखंड की भोली भाली जनता को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इंडी अलायंस की एक नहीं सुनी और यहां से भाजपा को जीत हासिल करवाई।
नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जो महाभ्रष्ट पार्टी है, जो राष्ट्र विरोधी तत्वों व अलगाववादी तत्वों की पोषक है। कांग्रेस ने प्रदेश और देश को भाई भतीजावाद, तुष्टीकरण की राजनीति, भ्रष्टाचार, परिवारवाद से ग्रसित किया। उन्होंने कहा कि हमारे हेमंत सोरेन साहब ने भी कांग्रेस से सीखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जेएमएम भी भ्रष्टाचारी पार्टी बन गई, परिवारवाद को बढ़ावा दिया, भाई भतीजावाद को पनाह दी, युवाओं के साथ छल किया और अपने ही परिवार में जो पराए दिखे उन्हें दरकिनार किया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि झारखंड को कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी से मुक्ति दिलाने का काम करना होगा।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जब जेएमएम आदिवासी अस्मिता की बात करती है, तो उसकी अस्मिता सिर्फ अपने परिवार तक ही सीमित रह जाती है। उन्होंने पूछा कि क्या चंपई सोरेन आदिवासी नहीं थे, क्या सीता सोरेन आदिवासी नहीं हैं, उन्हें अपमानित क्यों किया गया? आपको याद रखना होगा कि अगर आदिवासियों के हित की रक्षा किसी ने की है या करेगी तो वह अकेली भाजपा पार्टी है। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जो भगवान बिरसा मुंडा के गांव गए। उनके गांव की माटी को नमन किया। एक आदिवासी बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया गया। सही मायने में आदिवासियों को मुख्य धारा में शामिल करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने ही किया है।
जेएमएम पर हमला करते हुए नड्डा ने कहा कि वे कहते थे कि हम हर परिवार को एक-एक लाख रुपया देंगे। क्या आपको मिल गया? इन्होंने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि हम चूल्हा भत्ता देंगे। यहां हर घर में मोदी जी ने गैस सिलेंडर पहुंचा दिया, लेकिन इनका चूल्हा भत्ता नहीं मिला। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि आज झारखंड में आदिवासियों की संख्या 44 प्रतिशत से घटकर 28 प्रतिशत रह गई है। ये क्या हो रहा है, ये कैसी सरकार है, प्रदेश का प्रशासन किस प्रकार से काम कर रहा है? रोहिंग्याओं को यहां बसाया जा रहा है, लोग गलत तरीके से शादियां रचा रहे हैं, आदिवासियों की जमीनों को हड़पा जा रहा है। सुनियोजित तरीके से ये काम हो रहा है और यहां की सरकार ये होने दे रही है। रोहिंग्याओं को यहां बसा रही है, उनके आधार कार्ड बना रही है।