By अभिनय आकाश | Sep 19, 2024
कांग्रेस-एनसी गठबंधन के अनुच्छेद 370 पर रुख का पाकिस्तान के रक्षा मंत्री द्वारा कथित तौर पर समर्थन किए जाने पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा हमेशा कहती रही है कि उग्रवाद, आतंकवाद, अलगाववादियों और कश्मीर घाटी की तथाकथित मुख्यधारा की पार्टियों और कांग्रेस पार्टी के बीच संदिग्ध गठजोड़ है, जो तथाकथित मुख्यधारा के लोकतंत्र की आड़ में अलगाववाद करती है, यहां तक कि 60-70 के दशक में भी एनसी नेता पाकिस्तान जाकर अमानुल्लाह खान से मिलते थे और वहीं बैठकर साजिश रचते थे। 1987 के चुनावों में और स्थिति बिगड़ने पर एनसी नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे इस्लामाबाद जाएं और हथियार चलाने का प्रशिक्षण लें। जब भी कश्मीर घाटी के लिए चुनाव की तारीखें तय होती थीं, तो पाकिस्तान से बंद का आह्वान होता था, पाकिस्तान से दुकानों का बहिष्कार किया जाता था और 8-10% मतदान होता था, पीढ़ी दर पीढ़ी वंशवाद को बढ़ावा दिया जाता था।
जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब पहली बार कश्मीर घाटी में लोकतांत्रिक आकांक्षाओं का पुनरुत्थान हुआ है। मतदाताओं और उम्मीदवारों में उत्साह है। आप परिणाम देख सकते हैं।" इससे न केवल ये दल हतोत्साहित हो रहे हैं, बल्कि इनके इरादे भी खत्म होने वाले हैं। इसीलिए राहुल गांधी विदेश जाकर न केवल भारत के लिए बोलते हैं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की आलोचना भी करते हैं - ऐसा कभी विदेशी धरती से नहीं होता...आप पाएंगे कि एक निहित स्वार्थ है जो नहीं चाहता कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य हो।
जम्मू कश्मीर में चुनाव के बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने अनुच्छेद 370 और 35 ए को लेकर कांग्रेस व नेशन कॉन्फ्रेंस का समर्थन किया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान के बाद जेकेएनसी के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। फारुक अब्दुल्ला ने कहा मुझे नहीं पता कि पाकिस्तान क्या कहता है। मैं पाकिस्तानी नहीं हूं, मैं एक भारतीय नागरिक हूं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों पर 8 अक्टूबर तक प्रतीक्षा करें, सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।