By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 06, 2021
नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे राजनीतिक गुरु स्व. चौधरी चरण सिंह जी के पुत्र श्री अजीत सिंह जी के आकस्मिक निधन से मर्माहत हूँ। यह मेरे लिए व्यक्तिगत, राजनीतिक और सामाजिक क्षति है। मेरा लंबा समय उनके साथ गुजरा है। यदपि वह राजनीति में आने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन चौधरी चरण सिंह जी के आकस्मिक निधन से राजनीति में आये खालीपन, रिक्तता को भरने के लिए वह राजनीति में आये। उनका जीवन महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रमों से युक्त रहा है।
चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व में, देवी लाल जी और वी पी सिंह जी के नेतृत्व में हम सब ने इकठ्ठे काम किया है जिसमे मुलायम सिंह यादव, लालू यादव, नीतीश कुमार, राम विलास पासवान, शरद यादव आदि प्रमुख थे। श्री अजीत सिंह जी ने वी पी सिंह, नरसिम्हा राव और अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण काम किया। इन्होंने समूचे भारत मे और खासकर उत्तर भारत में चौधरी चरण सिंह और महेंद्र टिकैत की मृत्यु से आई राजनीतिक शून्यता को भरने का काम किया।
आज जब पूरे देश मे किसान अपने लागत मूल्य को लेकर संघर्षरत हैं, श्री अजीत सिंह जी ने कई धरनों और जन सभाओं को संबोधित किया। उनकी मृत्यु से उत्तर भारत और किसान राजनीति में एक रिक्तता पैदा हो गयी है। मेरा और हमारे मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का उनसे करीब का रिश्ता रहा है और हमने लंबे समय तक एकसाथ काम भी किया है। इस विषम समय में जनता दल ( यू) परिवार की संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है।