भारत में जॉर्जिया मेलोनी की पहचान काफी नरम रुख की रहती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी मुलाकात जब भी देखी गई है वो काफी नरमी भरी और खुशमिजाज देखी गई है। लिहाजा भारत में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को लेकर परसेप्शन बहुत अलग है। हालांकि विश्वभर में जॉर्जिया मेलोनी का रुख कुछ अलग है। जॉर्जिया मेलोनी को लोग एक सख्त नेता के तौर पर देखते हैं। ये सख्ती उस वक्त और पक्की हो गई जब जॉर्जिया मेलोनी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के सामने बैठी थी। मौका जस्टिन ट्रूडो के साथ द्विपक्षीय बातचीत का था। लेकिन तस्वीरों को देखकर तो ऐसा लगा कि मानो जस्टिन ट्रूडो ने जॉर्जिया मेलोनी को अन कम्फर्टेबल कर दिया है।
ऐसा कई मौकों पर देखा जा चुका है कि जॉर्जिया मेलोनी काफी एक्सप्रेसिव नेचर की हैं। यानी उसे जो महसूस होता है वो उसे तुरंत बयान कर देती हैं। जॉर्जिया मेलोनी जब प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करती हैं तो उनका मिजाज बहुत खुशमिजाज नजर आता है। वो काफी हंस कर, मुस्कुराकर, हाथ मिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तस्वीरों में नजर आती हैं। ऐसा कभी नहीं देखने को मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जॉर्जिया मेलोनी असहज हुई हो। लेकिन इससे ठीक उलट जॉर्जिया मेलोनी कनाडा के पीएम के साथ बहुत असहज सी नजर आईं।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो को देखेंगे तो आपको नजर आएगा कि जॉर्जिया मेलोनी किस तरह से कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ कम्फर्टेबल फील नहीं कर रही हैं। हालांकि ये कोई पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी कई मौकों पर देखा गया है कि जब जॉर्जिया मेलोनी असहज फील करती हैं तो उसे काफी सहजता के साथ एक्सप्रेस भी कर देती हैं। जैसे कुछ समय पहले उन्हें राष्ट्रपति बाइडेन से मिलते हुए देखा गया। तब भी वो काफी असहज महसूस कर रही थी। तब देखा गया था कि जॉर्जिया मेलोनी ने एक स्पेस क्रिएट करने की कोशिश की थी।