By दिनेश शुक्ल | Oct 18, 2020
ग्वालियर। नवरात्रि चल रही है। मां शक्ति की आराधना हो रही है। हम माता को पूजते हैं, लेकिन ये कमलनाथ हमारी माताओं, बहनों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने हमारी बहन इमरती देवी का अपमान किया है। वे गरीब परिवार में जन्मी हैं, मजदूरी करके विधायक बनी हैं, मंत्री बनी हैं, लेकिन किसी को भी उनका अपमान करने की इजाजत नहीं है। इमरती देवी का अपमान प्रदेश की एक-एक माता, बहन और बेटी का अपमान है। इस अपमान का जबाव कमलनाथ को देना होगा। ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कही। वे रविवार को ग्वालियर के वृंदावन वाटिका में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महाभारत में द्रोपही का अपमान हुआ था तो पूरे कौरव वंश का ही नाश हो गया था। कमलनाथ ने भी इमरती देवी का अपमान करके पूरी चंबल की धरती की माताओं, बहनों और बेटियों को भी अपमानित किया है और इसका बदला वे इस उप चुनाव में लेंगी। उन्होंने कहा कि देश में इमरजेंसी के दौरान कमलनाथ जुर्म ढाने वालों के साथ थे, लेकिन हम हथकड़ी पहनकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल जाने वालों में थे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में 28 सीटों पर होने जा रहे उप चुनाव भाजपा के कार्यकर्ताओं के स्वाभिमान का उप चुनाव है। यह ग्वालियर के स्वाभिमान का उपचुनाव है, ज्योतिरादित्य सिंधिया के स्वाभिमान का उप चुनाव है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमारी मां है और यह मां आज हमसे कह रही है कि मेरे दूध की लाज रखना। अब सभी कार्यकर्ताओं को हमारी मां रूपी पार्टी की लाज रखना है और ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव जिताने के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि मैं पार्टी के कार्यकर्ताओं का मान, सम्मान और स्वाभिमान कभी गिरने नहीं दूंगा।
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि नवदुर्गा पर्व के दौरान कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी बहन इमरती देवी जो अनुसूचित जाति की हैं, के बारे में जिस तरह का बयान दिया है, वह शर्मनाक है। कमलनाथ ने इमरती देवी को ‘आयटम’ कहकर समूची नारीशक्ति का अपमान करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि देश की नारीशक्ति के इस अपमान को लेकर प्रदेश जनता कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी को करारा जवाब देगी।
वही भारतीय जनता पार्टी, अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य ने कहा कि बहन इमरती देवी को लेकर जिस तरह की अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया है, वह निंदनीय है और मैं उसका विरोध करता हॅू। नवदुर्गा पर्व के दौरान ऐसा बयान घटिया एवं दिवालिया मानसिकता का सबूत है। उन्होंने कहा कि यह एक दलित बहन का यह अपमान देशभर की महिलाओं, बहनों का अपमान है। इस बयान से कांग्रेस की संस्कृति उजागर होती है। कमलनाथ के इस बयान से कांग्रेस का चाल, चरित्र और चेहरा बयां होता है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ को अपनी इस टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए साथ ही सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से आग्रह है कि ऐसी सोच वाले व्यक्ति को तत्काल पार्टी से निलंबित करें।
जबकि राज्यसभा सांसद वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ की टिप्पणी पर रोष प्रकट करते हुए कहा है कि एक गरीब और मजदूर परिवार से आगे आईं दलित नेता इमरती देवी जी को आइटम और जलेबी कहना अत्यंत निंदनीय और आपत्तिजनक है। सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ जी की यह टिप्पणी महिलाओं और दलितों के प्रति उनकी मानसिकता को भी दर्शाती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ ही समूचे दलित समाज का अपमान करने वाले ऐसे मगरूर नेता को सबक सिखाने का समय आ गया है।