By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 27, 2022
रियल एस्टेट कंपनियां, निवेशक और वित्तीय संस्थान अगले छह महीनों में रियल्टी क्षेत्र में वृद्धि को लेकर आशान्वित हैं। हालांकि, ब्याज दरों में वृद्धि और वैश्विक मंदी की आशंकाओं के कारण धारणा में नरमी आई है। संपत्ति सलाहकार नाइट फ्रैंक और रियल्टी कंपनियों के निकाय नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (नारेडको) ने बृहस्पतिवार को 2022 की तीसरी तिमाही के लिए रियल एस्टेट धारणा सूचकांक रिपोर्ट जारी की।
वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के कारण वर्तमान धारणा स्कोर अप्रैल-जून, 2022 के 62 से जुलाई-सितंबर, 2022 में मामूली रूप से घटकर 61 हो गया है।धारणा सूचकांक कंपनियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों जैसे आपूर्ति पक्ष के हितधारकों के सर्वेक्षण पर आधारित है। सूचकांक में 50 से ऊपर का स्कोर आशावाद को दर्शाता है, जबकि 50 के स्कोर का मतलब है कि भावना समान या स्थिर है। वहीं 50 से नीचे का स्कोर निराशावाद को दर्शाता है।
नाइट फ्रैंक ने बयान में कहा, ‘‘वर्तमान धारणा सूचकांक का स्कोर मुख्य रूप से वैश्विक अर्थव्यवस्था और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भू-राजनीतिक जोखिम की वजह से कम हो गया है। हालांकि, इसमें मामूली गिरावट आई है, यह अभी भी सकारात्मक बना हुआ है क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था और रियल एस्टेट की धारणा अबतक मजबूत बनी हुई है।