भारत, रूस ने आतंकवाद रोधी समझौते पर किए हस्ताक्षर

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 27, 2017

मास्को। भारत और रूस ने आतंकवाद से लड़ने में एक दूसरे की मदद करने पर सहमति जताई और दोनों रणनीतिक साझेदारों ने एक अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने इस बात पर जोर दिया कि अच्छा या बुरा आतंकवादी नहीं होता और इस बुराई से संयुक्त रूप से लड़ने की भी बात कही। सभी तरह के आतंकवाद से निपटने के इरादे से दोनों देशों में सहयोग के लिए समझौते पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रूस के गृह मंत्री व्लादिमीर कोलोकोत्सेव ने यहां हस्ताक्षर किए। इससे पहले उन्होंने व्यापक वार्ता की।

भारतीय दूतावास द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मंत्रियों ने इस बात का जिक्र किया कि आतंकवाद, चरमपंथ और कट्टरपंथ से लड़ने में सहयोग मजबूत करने के लिए इस द्विपक्षीय संबंध का एक अहम पहलू सुरक्षा में सहयोग करना है। बयान के अनुसार दोनो पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि आतंकवाद से अवश्य ही एकजुट होकर लड़ा जाए और अच्छा या बुरा आतंकवादी नहीं होता है। सिंह ने समझौते पर हस्ताक्षर के बाद ट्वीट किया, ‘‘भारत के गृह मंत्रालय और रूस के गृह मंत्रालय के बीच हुआ यह समझौता अक्तूबर 1993 में दोनों देशों के बीच हुए समझौते की जगह लेगा।

यह समझौता आतंरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सहयोग मजबूत करने और इसे विस्तारित करने में मदद करेगा। भारतीय दूतावास के बयान में कहा गया है कि दोनों नेता नयी चुनौतियों से निपटने में सहयोग करने, सूचना का आदान प्रदान बढ़ाने, एक डाटाबेस बनाने और पुलिस एवं जांच एजेंसियों के प्रशिक्षण में सहयोग करने को लेकर सहमत हुए। भारत और रूस के प्रतिनिधियों ने नार्कोटिक्स द्वारा पेश किए जा रहे खतरे का मुकाबला करने के लिए एक संयुक्त कार्य योजना पर भी हस्ताक्षर किए। यह समझौता इस क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग के लिए कानूनी ढांचा मुहैया करेगा।

इस पर रूस में नियुक्त भारत के राजदूत पंकज शरन और रूसी संघ के आतंरिक मामलों के उप मंत्री इगोर जुबोव ने दोनों देशों के गृह मंत्रियों की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए। आतंरिक सुरक्षा पर समझौता सूचना एवं प्रौद्योगिकी अपराधों, जाली नोटों, मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी, आर्थिक अपराधों, बौद्धिक संपदा, सांस्कृतिक संपत्ति एवं अन्य विषयों से जुड़े अपराधों सहित सुरक्षा से जुड़े मुद्दों में मदद के लिए एक व्यापक रूख मुहैया करेगा।

बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने भारत और रूस के बीच संबंध को मजबूत करने पर जोर दिया, जो पिछले 70 बरसों में सभी क्षेत्रों में आगे बढ़े हैं। गौरतलब है कि रूस के लिए रवाना होने से पहले सिंह ने कहा था कि भारत और रूस एक विशेष संबंध रखते हैं जो दशकों से वक्त की कसौटी पर खरा उतरता आया है।

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