By रेनू तिवारी | May 10, 2020
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने रविवार को बताया कि पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने कोरोवायरस एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए पहला स्वदेशी एलिसा (एंजाइम-लिंक्ड इम्यूनोसॉरबेंट परख) परीक्षण किट सफलतापूर्वक विकसित किया है। इससे मानव शरीर में कोरोना वायरस के एंटीबॉडी की मौजूदगी का पता लगेगा। इस बात की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने अपने सोशल मीडिया से दी।
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हर्षवर्धन ने कहा कि किट को मुंबई में दो स्थलों पर मान्य किया गया था और इसमें उच्च संवेदनशीलता और सटीकता है। उन्होंने कहा कि यह 2.5 घंटों में एक साथ 90 नमूनों का परीक्षण कर सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीटर पर कहा कि "इस किट को मुंबई में 2 साइटों पर मान्य किया गया था और इसमें उच्च संवेदनशीलता और सटीकता है। इसके अलावा, इसमें 2.5 घंटों के एक ही रन में 90 नमूनों का एक साथ परीक्षण करने का लाभ है, ताकि स्वास्थ्य सेवा पेशेवर अपने रोगियों पर इसका प्रयोग कर सकें।
वर्धन ने आगे कहा कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने एलिसा परीक्षण किट के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए Zydus Cadila फार्मास्यूटिकल कंपनी के साथ साझेदारी की है।