बांग्लादेश के खिलाफ ग्वालियर के मैदान पर टीम इंडिया के लिए दो खिलाड़ियों ने डेब्यू किया। इनमें एक तेज गेंदबाज मयंक यादव और एक ऑलराउंडर नितीश रेड्डी थे। मयंक यादव अपनी पेस के लिए फेमस हैं और उन्होंने पहले टी20 इंटरनेशनल मैच में 150kmph के करीब की गति से गेंदबाजी की। मयंक को एक विकेट भी मिला। वहीं मैच के बाद मयंक ने बताया को कोच गौतम गंभीर ने उन्हें एक अहम सलाह दी थी।
मयंक यादव ने 4 ओवर में 21 रन दिए और एक विकेट हासिल किया। मैच के बाद जियोसिनेमा से बात करते हुए उन्होंने बताया कि वे थोड़े से नर्वस थे, क्योंकि डेब्यू से पहले लंबे समय तक कोई भी प्रोफेशनल मैच नहीं खेले थे। उन्होंने बताया कि, इस सीरीज ने चोट के बाद मेरी वापसी को चिह्नित किया। मैंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला था और फिर सीधे अपना डेब्यू किया। इसलिए मैं थोड़ा ज्यादा नर्वस था। मयंक ने माना है कि रिकवरी फेज से गुजरना बहुत ही ज्यादा चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने बीसीसीआई की सपोर्टिंग टीम को इसके लिए धन्यवाद दिया, जिन्होंने एनसीए में उनकी मदद की।
मयंक ने मैच में गेंदबाजी में गति पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, मैं तेज गेंदबाजी करने के बजाय सही लेंथ पर गेंद फेंकने के लिए दृढ़ था। मैंने अपनी गति के बारे में नहीं सोचा, बस कम से कम रन लुटाने की कोशिश की। गौतम गंभीर ने मैच से पहले उन्हें क्या सलाह दी? इसको लेकर उन्होंने बताया कि, उन्होंने मुझसे कहा कि बुनियादी बातों पर टिके रहें और वही करें जो आपके लिए अतीत में कारगर रहा है। इस तथ्य पर ज्यादा ना सोचें कि ये एक अंतर्राष्ट्रीय मैच है। ये मयंक यादव के काम आया।