पटना। आयकर विभाग ने कथित बेनामी संपत्तियों तथा 1,000 करोड़ रूपये के भूमि सौदों को लेकर चल रही जांच के संदर्भ में मंगलवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव से पूछताछ की। अधिकारियों ने कहा कि दोनों को विभाग और जांच अधिकारी ने तलब किया था और यहां आयकर कार्यालय पहुंचने के बाद उन्होंने अपने बयान दर्ज कराए। लालू की बेटी मीसा भारती भी अपनी मां और भाई के साथ आयकर कार्यालय पहुंची थीं।
अधिकारियों ने कहा कि दोनों से कथित बेनामी संपत्तियों के बारे में पूछताछ की गई जिनको लेकर विभाग को यह संदेह है कि ये संपत्तियां उन्होंने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर बनाई हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच अधिकारी का सहयोग करने और जांच को आगे ले जाने के लिए दिल्ली से आयकर विभाग का एक विशेष दल भी पटना पहुंचा था। शाम के समय आयकर विभाग के कार्यालय से बाहर निकलते समय राबड़ी और तेजस्वी ने मीडियाकर्मियों से कोई बातचीत नहीं की। लालू के परिवार के इन सदस्यों से पूछताछ की खबरें मिलने के साथ ही बड़ी संख्या में राजद के समर्थक और आम लोग आयकर विभाग के कार्यालय पर जमा हो गए। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई। इस घटनाक्रम के बारे में राजद प्रमुख की देर शाम तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी। लालू के करीबी और विधायक भोला यादव ने कहा कि पिछले महीने वे उपस्थित नहीं हो पाए थे और ऐसे में इन्होंने आयकर अधिकारियों के समक्ष पेश होने की खुद इच्छा जताई थी। विभाग ने पहले इसी मामले में मीसा और उनके पति शैलेश कुमार से पूछताछ की थी।
आयकर विभाग ने गत जून में लालू, राबड़ी, तेजस्वी और लालू की बेटियों- चंदा, रागिनी, मीसा और दामाद शैलेश कुमार को संपत्ति कुर्क करने संबंधी नोटिस दिया था। विभाग ने दिल्ली और बिहार में करीब एक दर्जन इमारतों और भूखंडों को जब्त कर लिया था। इनमें दिल्ली के पालम विहार में एक फार्म हाउस एवं भूखंड तथा न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में एक आवासीय भवन शामिल है। लालू परिवार ने अपने खिलाफ चल रहे इन मामलों को ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ करार दिया है। राजद प्रमुख ने बीते रविवार को पटना में ‘भाजपा भगाओ, देश बचाओ’ नाम से रैली का आयोजन किया था जिसमें विपक्ष के कई नेता शामिल हुए थे।