By दिनेश शुक्ल | Oct 03, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले के चीचली थाना अंतर्गत रिछाई गांव में सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित महिला द्वारा आत्महत्या करने की घटना को लेकर मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एन.पी. प्रजापति ने शिवराज सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पुलिस महकमे में राजनीतिक हस्तक्षेप के आरोप लगाए। एन.पी. प्रजापति ने कहा कि अधिकारी कर्तव्य का पालन भूलकर नेताओं की परिक्रमा में लग गए है। प्रदेश सरकार ट्रांसफर पोस्टिंग में व्यस्त है और कानून व्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं है। जबकि विपक्ष में रहते भाजपा नेता कांग्रेस की कमलनाथ सरकार पर ट्रांसफर उद्योग के आरोप लगाते थे। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म की पीड़ित महिला अपने पति के साथ थाने के चक्कर लगाती रही, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी जिसके बाद अवसाद में आकर पीड़ित महिला ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एन.पी. प्रजापति ने कहा कि बेटियों के खिलाफ लगातार बढ़ते अपराधों को लेकर सत्ताधारी मौन है, इसलिए ऐसी घटनाएं बढ़ रही है। प्रजापति ने सवाल किया कि क्या प्रदेश में पुलिस की डॉयल 100 सुविधा बंद हो गई है, जिस पर सरकार हर माह करोड़ो रूपये फूंक रही है। उन्होंने कहा कि हर थाने, पुलिस मुख्यालय में सत्य मेव जयते लिखा होता है क्या पुलिस अधिकारी और कर्मचारी उसे भूल जाते है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म मे पाप और पुण्य को लोग भूल गए है क्या ? क्या व्यभिचार करने वाले यह भूल जाते है कि वह पाप कर रहे है। अपनी संस्कृति, सभ्यता और विरासत को हम भूलते जा रहे है। एन.पी. प्रजापति ने नरसिंहपुर में महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना को हाथरस में नाबालिग के साथ हुई घटना से जोड़ते हुए कहा कि क्या पुलिस चिता की आग से अपराधियों के खिलाफ सबूत जुटाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के बेटी बचाओ, बेटी बढ़ाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को अपना तो लिया लेकिन बेटियों की सुरक्षा कैसे हो यह ये सरकारें भूल गई है।