By एकता | May 26, 2023
बीते कई सालों में लोगों की लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों में काफी बदलाव हुआ है। इसी वजह से आज लोग कई गंभीर बीमारियों के शिकार होते जा रहे हैं, जो धीरे-धीरे कर उनके जीने के दिन कम करती जा रही हैं। इन्हीं बीमारियों में डायबिटीज की बीमारी भी शामिल है। पिछले कुछ सालों में डायबिटीज एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। बड़ी ही तेजी से लोग इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। पहले के जमाने में 30 की उम्र के बाद लोगों को डायबिटीज होती थी, लेकिन आजकल छोटे बच्चों से लेकर युवाओं तक इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनिया की लगभग 11 फीसदी आबादी को डायबिटीज की बीमारी है।
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई पक्का इलाज नहीं बना है। इसे नियंत्रित कर के ही मरीज स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए लोग आयुर्वेद का सहारा ले सकते हैं। आयुर्वेद डॉक्टर दीक्षा भावसार सांवलिया ने हाल ही में खाने की गलतियों के बारे में बताया है, जिन्हें सुधार कर के लोग प्री-डायबिटीज और डायबिटीज को बड़ी ही आसानी से नियंत्रित कर सकते हैं। चलिए जानते हैं-
रोजाना बंद करें दही का सेवन- गर्मियों के मौसम में लोग रोजाना दही का सेवन करते है, जो उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। रोज दही खाने से लोगों को डायबिटीज हो सकती है। इसके अलावा वजन बढ़ना, सूजन, खराब मेटाबॉलिज्म की समस्या भी हो सकती है।
बिना भूख के भोजन करना बंद करें- बहुत से लोगों की हर घंटे में कुछ न कुछ खाने की आदत होती है, जिसकी वजह से उन्हें डायबिटीज हो सकती है। जब पेट पहले से ही भरा होता है और हम बिना भूख के भोजन करते हैं तो हमारे शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता कम हो जाती है।
जरूरत से ज्यादा भोजन करना कर दें बंद- कई बार लोग भूख से ज्यादा खाना खा लेते है। क्षमता से अधिक खाने से मोटापा, कोलेस्ट्रॉल और पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं। इसके अलावा लोगों की इस आदत की वजह से उन्हें डायबिटीज हो सकती है। इसके अलावा डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए मरीज जरूरत से खाने की अपनी आदत को ठीक करें।
रात को हैवी डिनर करना बंद करें- ज्यादातर लोग सुबह के समय ब्रेकफास्ट नहीं करते हैं और रात के समय बहुत ही ज्यादा हैवी डिनर करते हैं। देर रात को भारी डिनर करने से लोगों के लिवर पर अधिक भार पड़ता है। इसके अलावा हैवी डिनर मेटाबोलिज्म को भी धीरा कर देता है। इसकी वजह से शरीर में पोषण की कमी हो जाती है।