By दिनेश शुक्ल | Oct 19, 2020
ग्वाीलियर। डबरा में चुनावी सभा में कमल नाथ की अशोभनीय टिप्पणी के बाद ग्वालियर-चंबल में दिनभर राजनीति गरमाई रही। भाजपा प्रत्याशी व मंत्री इमरती देवी सोमवार को कमल नाथ पर जमकर हमला बोला। डबरा में पत्रकारों से बात करते-करते वह इतनी उद्वेलित हो गईं कि रो पड़ीं। इमरती देवी ने कमलनाथ की तुलना राक्षस से की। उन्होंने कहा कि मैं कमलनाथ का पैर छूती तो भगा देते थे। तू-तड़ाक कर बोलते थे। मैं राक्षस मानती हूं। वे यही नहीं रूकी उन्होंने कमल नाथ को कभी कलंक नाथ कहा तो कभी राक्षस से तुलना की।
महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने कहा कि अगर कमल नाथ और अजय सिंह पर हरिजन एक्ट नहीं लगा तो जान दे दूंगी। इमरती देवी ने कहा कि एक अनुसूचित जाति की महिला से इस तरह बोलना ठीक नहीं है। वो बंगाली आदमी है। उसे बोलने की सभ्यता नहीं है। मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद पागल हो गया है। वो क्या है, हम सब जानते हैं। इमरती देवी ने कहा कि मुझ पर जो अशोभनीय बात कही है। यह टिप्पणी उनके स्वजन के लिए होगी। ये मध्यप्रदेश है यहां महिलाओं की पूजा होती है।
उधर सोमवार को इंदौर में मौन उपवास में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमल नाथ और अजय सिंह ने सिर्फ महिला नहीं, अनुसूचित जाति का भी अपमान किया है। उधर, ग्वालियर में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर आदि मौन उपवास किया। जबकि भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा नेता मिंटो हॉल में गांधी जी की प्रतिमा के नीचे मौन उपवास कर विरोध जताया और कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कमलनाथ को पार्टी के सभी पदों से हटाने की माँग की।
मामला यही नहीं थमा कमलनाथ के बयान को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा है कि वे कांग्रेस नेता को नोटिस जारी करेंगी। जिसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा तो वही इस मामले में चुनाव आयोग को भी पत्र लिखकर जानकारी दी। जबकि दूसरी ओर कमलनाथ की टिप्पणी को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने भी मोर्चा संभाल लिया है। पार्टी सुप्रीमो मायावती ने मामले में कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधते हुए महिला के अपमान पर माफी मांगने को कहा है। उन्होंने महिलाओं का अपमान रोकने और कांग्रेस को इस बारे में सबक सिखाने के लिए अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों से अपील की कि वे बसपा का साथ दें।