By अभिनय आकाश | Aug 04, 2022
कुलदीप बिश्नोई जिन्होंने कल हरियाणा के विधायक पद से इस्तीफा दिया था वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मौजूदगी में आज भाजपा में शामिल हुए। उन्हें जून में कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। दिल्ली स्थित मुख्यालय में बीजेपी ज्वाइन की। बिश्वोई ने एक दिन पहले ही 3 अगस्त को कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा दिया था। कुलदीप ने मंगलवार को ही आदमपुर में समर्थकों से कह दिया था कि वह छह साल बाद कांग्रेस को अलविदा कहने और एक नया राजनीतिक सफर शुरू करने जा रहे हैं।
कांग्रेस ने जून में हुए राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई के क्रॉस वोटिंग करने के बाद उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। हकांग्रेस ने जून में हुए राज्यसभा चुनाव में बिश्नोई के क्रॉस वोटिंग करने के बाद उन्हें पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था।हरियाणा के हिसार जिले की आदमपुर सीट से विधायक बिश्नोई हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। बिश्नोई ने बुधवार को कहा था कि यह भाजपा तय करेगी कि आदमपुर से उपचुनाव कौन लड़ेगा, लेकिन वह और उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग चाहते हैं कि उनके बेटे भव्य बिश्नोई वहां से चुनाव लड़ें।
चार बार विधायक और दो बार सांसद रहे बिश्नोई पार्टी से पहले से ही नाराज चल रहे थे। इस साल की शुरुआत में उन्हें कांग्रेस की हरियाणा इकाई के प्रमुख पद पर नियुक्त न किए जाने के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए थे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत भजनलाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई दूसरी बार कांग्रेस से नाता तोड़ रहे हैं। पार्टी से अलग होने के बाद करीब छह साल पहले ही वह दोबारा कांग्रेस से जुड़े थे। वर्ष 2005 में राज्य में कांग्रेस की जीत के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बिश्नोई और उनके पिता भजनलाल ने 2007 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) बनाई थी। हजकां ने बाद में भाजपा और दो अन्य दलों के साथ गठबंधन कर लिया था और 2014 का लोकसभा चुनाव हरियाणा में साथ लड़ा था। हालांकि, विधानसभा चुनाव से पहले यह गठबंधन टूट गया था।