भोपाल। कांग्रेस नेताओं की ओर से बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में उच्चतम न्यायालय और मप्र उच्च न्यायालय में पैरवी करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने आज यहां वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर राज्यसभा चुनाव के लिये अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वरिष्ठ अधिवक्ता तन्खा ने राज्यसभा की सीट के चुनाव के लिये विधानसभा के सचिव एवं निर्वाचन अधिकारी भगवान देव ईसरानी को चार सेट में अपना नामांकन पत्र प्रस्तुत किया। उनके नामांकन पत्रों पर प्रदेश के लगभग 40 विधायकों ने हस्ताक्षर किये हैं।
इस मौके पर कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह, लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं लोकसभा सांसद कांतिलाल भूरिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव और कांग्रेस के अनेक विधायक उपस्थित थे। अदालत में व्यापमं मामले की कांग्रेस नेताओं की ओर से पैरवी करने के ईनाम के तौर पर कांग्रेस द्वारा राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने के सवाल पर तन्खा ने कहा, ‘‘मैं नहीं बता सकता कि यह व्यापमं मामले में लड़ने का पुरस्कार है या नहीं। लेकिन जहां कहीं भी अन्याय होगा, तन्खा उसके खिलाफ लड़ेगा।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘हम व्यापमं मामले में पूरी ताकत के साथ लड़ेगें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके प्रति जो विश्वास व्यक्त किया है, वह उसे पूरा करने की पूरी कोशिश करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि वह मध्य प्रदेश के विशेषकर जबलपुर-नरसिंहपुर क्षेत्र के विकास के लिये काम करेंगे। यही उनका विजन है।
मध्य प्रदेश से राज्यसभा के लिये तीन सीटें रिक्त हो रही हैं। इनमें से दो भाजपा और एक कांग्रेस के पास थी। भाजपा ने राज्यसभा सांसद अनिल माधव दवे को पुन: राज्यसभा के लिये अपना उम्मीदवार घोषित किया है जबकि तीसरी सीट के लिये भाजपा में विचार विमर्श जारी है। भाजपा के आज अपना उम्मीदवार घोषित करने की संभावना है।