By रेनू तिवारी | May 30, 2022
काठमांडू। नेपाली विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के सुराग मिल गये हैं। नेपाल से उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही जमीन से विमान का संपर्क टूट गया और तमाम कोशिशों के बाद कुछ हासिंत नहीं हुआ। अनहोनी की आशंका को लेकर विमान की खोज शुरू हुई और आखिर में अनहोनी की आशंका सच साबिद हुई। हिमालय की पहाड़ियों में विमान क्रैश हो गया था। विमान के मलबे की पहली तस्वीर नेपाल आर्मी ने जारी की हैं लेकिन अभी विमान में सवार लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी हैं।
नेपाल की सेना को विमानन कंपनी ‘तारा एअर’ के दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे के मुस्तांग जिले में होने के सुराग मिले हैं। सेना के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। ब्रिगेडियर नारायण सिल्वाल ने कहा, ‘‘सैनिकों और बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल का पता लगा लिया है। इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी जल्द साझा की जाएगी।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘दुर्घटनास्थल मुस्तांग जिले के थसांग-2 का सनोसवेयर है।’’ ‘तारा एअर’ के ‘ट्विन ओट्टर 9एन-एईटी’ विमान ने पोखरा से रविवार सुबह करीब 10 बजे उड़ान भरी थी, लेकिन 15 मिनट बाद ही उसका नियंत्रण टॉवर से संपर्क टूट गया। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन और 13 नेपाली नागरिकों सहित कुल 22 लोग सवार थे। उनके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
अधिकारियों के मुताबिक, खराब मौसम और बादल छाए रहने के कारण दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे तक पहुंचने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कनाडा में निर्मित यह विमान पोखरा से मध्य नेपाल स्थित मशहूर पर्यटक शहर जोमसोम की ओर जा रहा था।
विमानन कंपनी की ओर से जारी यात्रियों की सूची के अनुसार, विमान में मौजूद भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांडेकर त्रिपाठी और बच्चों धनुष त्रिपाठी व ऋतिका त्रिपाठी के तौर पर हुई है। यह परिवार महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाला है। गौरतलब है कि 2016 में ‘तारा एअर’ का एक अन्य विमान उड़ान भरने के बाद इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में विमान में सवार सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, मार्च 2018 में यूएस-बांग्ला एअर का विमान त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिससे उसमें सवार 51 लोगों की जान चली गई थी।