By अंकित सिंह | Mar 31, 2025
आज किसान पंजाब के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल के आवास के बाहर धरने पर बैठे हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि भगवंत मान सरकार ने शंभू और खनौरी बॉर्डर पर जो किया, यह उसका नतीजा है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार कह रही है कि किसानों को उनसे कोई दिक्कत नहीं है। ऐसा कुछ नहीं है। भाजपा और आप में कोई फर्क नहीं है। हमें लगता है कि उन्होंने गठबंधन कर लिया है। पंजाब के कई युवा नशे की वजह से मर गए, क्या यही पंजाब सरकार के हिसाब से विकास है?
पंधेर ने कहा कि बेरोजगारी चरम पर है। CM मान कहते थे कि हम MSP देंगे, उस वादे का क्या हुआ? वे कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे हैं। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हमारे सामान को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई पंजाब के मंत्री अमन अरोड़ा और सरकार करेगी। इससे पहले पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को कहा कि वह किसान आंदोलन का समर्थन करते हैं और वह केंद्र के साथ 4 मई को होने वाली वार्ता के लिए किसानों को व्यक्तिगत रूप से ले जाएंगे।
टीवी 9 शिखर सम्मेलन में बोलते हुए पंजाब के सीएम ने यह भी कहा कि विरोध करना किसानों का लोकतांत्रिक अधिकार है। सीएम ने कहा, "मैं शंभू और खन्नौरी बॉर्डर पर किसानों के विरोध प्रदर्शन का पूरी तरह से समर्थन करता हूं। अपने अधिकारों के लिए लड़ना हर किसी का लोकतांत्रिक अधिकार है। मैं किसानों को 4 मई को केंद्र के साथ होने वाली बैठक में व्यक्तिगत रूप से ले जाऊंगा...हमने उनके साथ प्यार से पेश आया है...अभी तक उन पर कोई लाठी या पानी की बौछार नहीं की गई है।"
उन्होंने आगे कहा कि किसानों का विरोध केंद्र सरकार के पास है और नुकसान के कारण पंजाब की सीमाएं फिर से खोली गई हैं। सीएम ने सवाल किया कि विरोध का मामला केंद्र सरकार के पास है। रास्ते पूरी तरह से बंद कर दिए गए थे... पंजाब को विरोध के कारण नुकसान हो रहा था और हमें सीमाएं खोलनी पड़ीं। मांग केंद्र से है, तो पंजाब के लोगों को परेशानी क्यों हो रही है? पंजाब सरकार ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसने हरियाणा के पास शंभू और खनौरी बॉर्डर से प्रदर्शनकारी किसानों को हटा दिया है और आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने भी अपना अनशन तोड़ दिया है।