By नीरज कुमार दुबे | Feb 06, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को लोकसभा में कहा था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान तेजी से जारी रहेगा और जिसने भी देश को लूटा है उसे लौटाना ही पड़ेगा। प्रधानमंत्री के इस बयान के ठीक एक दिन बाद प्रवर्तन निदेशालय ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव के यहां छापे मारे। इसे लेकर दिल्ली की राजनीति गर्मा गयी है। आम आदमी पार्टी और इंडिया गठबंधन के बचे खुचे घटकों ने जहां ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है वहीं भाजपा ने उम्मीद जताई है कि मुख्य घोटालेबाज भी जल्द ही जेल जायेगा।
हम आपको बता दें कि ईडी ने धन शोधन के एक मामले की जांच के तहत दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव बिभव कुमार और आम आदमी पार्टी से जुड़े कुछ लोगों के परिसरों की तलाशी ली। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के तहत राष्ट्रीय राजधानी के करीब 10 परिसरों की तलाशी ली जा रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या यह तलाशी धन शोधन संबंधी जारी मौजूदा जांच के संबंध में है या किसी नए मामले से जुड़ी है। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी, बिभव कुमार और दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व सदस्य शलभ कुमार, पार्टी के राज्यसभा सदस्य और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एनडी गुप्ता के कार्यालय के अलावा कुछ अन्य लोगों के परिसरों की तलाशी ले रहे हैं।
इस बीच, दिल्ली की मंत्री और आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा है कि भाजपा उसके नेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के जरिए पार्टी को ‘‘डराने और चुप कराने’’ की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय ने आबकारी नीति मामले से जुड़े गवाहों और आरोपियों के बयान जबरन तथा धमकी देकर दिलवाए हैं। आतिशी ने कहा कि दो साल की जांच के बावजूद एजेंसियों को कथित आबकारी नीति घोटाले में कुछ नहीं मिला है। आतिशी ने ईडी पर तमाम तरह के अन्य आरोप भी लगाये।
वहीं दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि जो घोटाला हुआ है उसकी सच्चाई सामने लाने का काम एजेंसियां कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ईमानदार हैं तो उन्हें ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश होना चाहिए।