By अनुराग गुप्ता | Aug 12, 2021
नयी दिल्ली। संसद का मानसून सत्र समाप्त हो चुका है। इसके बाद भी विपक्ष ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरने के लिए संसद से लेकर विजय चौक तक पैदल मार्च किया। इस दौरान राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेताओं ने सरकार पर लोकतंत्र की हत्या करने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि राज्यसभा में पहली बार सांसदों की पिटाई की गई, बाहर से लोगों को बुलाकर और नीली वर्दी में डालकर सांसदों से मारपीट की गई।
उन्होंने कहा कि संसद में चर्चा नहीं करना अराजकता की पराकाष्ठा होती है। इसी पराकाष्ठा को कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व ने प्रदर्शित किया है। बहुत दुख का विषय है कि कोरोना को लेकर पूरे देश में चिंता का माहौल है। क्या तीसरी लहर आएगी ? इस सभी विषयों पर देश जानना चाहता है। यह वहीं विपक्षी लोग थे जिन लोगों ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि संसद सत्र के दौरान एक दिन कोरोना पर चर्चा नहीं होने दी। क्या देश ऐसे लोगों को माफ करेगा ? कदाचित नहीं।
भाजपा नेता ने कहा कि देश ऐसे लोगों को माफ नहीं करेगा। ये लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश कर रहे हैं। यही नतीजा है कि आज देश की जनता राहुल गांधी और उनकी पार्टी को सड़क पर ले आई है। आज वो कहीं जीत नहीं पा रहे हैं। आज वो कहीं लोकतांत्रिक तरीके से आगे नहीं बढ़ पा रही है।वहीं केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और कुछ और विपक्ष के लोग तो शुरू से ही कह रहे थे कि हम संसद के सत्र को वाशआउट करने के लिए वाशिंग मशीन लेकर आए हैं। आप सिर्फ संसद को ही बदनाम नहीं कर रहे हैं बल्कि पूरे देश को बदनाम करने की षड़यंत्र और साजिशें कर रहे हैं।